BPSC TRE 2.0: बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने बिना विलंब शुल्क के तीन दिनों के लिए दूसरे चरण की शिक्षक नियुक्ति का रजिस्ट्रेशन तिथि आगे बढ़ा दिया है. पहले यह बिना विलंब शुल्क के 14 नवंबर तक ही था और विलंब शुल्क के साथ इसे 17 नवंबर तक कर सकते थे. लेकिन अब बीपीएससी ने बिना विलंब शुल्क के इसे बढ़ाकर 17 नवंबर तक कर दिया है. हलांकि विलंब शुल्क के साथ अलग से कोई तिथि नहीं दी गयी है. ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि पहले की तरह ही 25 नवंबर रहेगी.
17 नवंबर तक रजिस्ट्रेशन का लिंक रहेगा उपलब्ध
परीक्षा नियंत्रक रविभूषण ने बताया कि रजिस्ट्रेशन और फीस का लिंक आयोग की वेबसाइट पर 17 नवंबर तक ही उपलब्ध रहेगा, इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है. अभ्यर्थी शुक्रवार तक पंजीकरण कराकर निर्धारित शुल्क जमा कर दें. 17 नवंबर तक रजिस्ट्रेशन और फीस जमा करने वाले अभ्यर्थी ही 25 नवंबर तक आवेदन कर सकते हैं. 7 से 10 दिसंबर तक प्रस्तावित लिखित परीक्षा में रजिस्ट्रेशन, शुल्क और आवेदन की प्रक्रिया पूरी करने वाले अभ्यर्थी ही शामिल होंगे.
दोबारा रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं अभ्यर्थी
रजिस्ट्रेशन में अगर किसी अभ्यर्थी को किसी त्रुटि के बारे में पता चलता है तो वह नए सिरे से रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू कर सकता है. यदि उम्मीदवार दोबारा पंजीकरण कराते हैं तो उन्हें नए सिरे से शुल्क का भुगतान करना होगा. फीस न चुकाने की स्थिति में उनका रजिस्ट्रेशन मान्य नहीं होगा. रविभूषण ने बताया कि यदि कोई अभ्यर्थी दोबारा पंजीकरण कराता है तो उसके बाद के पंजीकरण को सही मानते हुए पहले वाला पंजीकरण रद्द माना जाएगा. प्रक्रिया शुरू करने से पहले आयोग की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन एवं आवेदन संबंधी दिशा-निर्देशों का ध्यानपूर्वक पढ़ लें.
5.91 लाख अभ्यर्थियों ने किया रजिस्ट्रेशन और 1.74 लाख ने आवेदन
शिक्षक नियुक्ति के दूसरे चरण में सोमवार शाम 6:30 बजे तक कुल 5.91 लाख अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन किया. इनमें से 4.43 लाख अभ्यर्थियों ने परीक्षा शुल्क का भुगतान भी कर दिया है जबकि 1.48 लाख को अभी परीक्षा शुल्क का भुगतान करना है .पंजीकरण करने वाले और परीक्षा शुल्क का भुगतान करने वाले अभ्यर्थियों में से 1.74 लाख ने आवेदन भी कर दिया है जबकि 2.69 लाख इस प्रक्रिया में लगे हैं.
टाइम आउट से परेशान रहे आवेदक
आवेदन के दौरान बार बार टाइम आउट होने से आवेदक परेशान रहे. इसके कारण एक ओर आवेदन में अधिक समय लग रहा था दूसरी ओर साइबार कैफे में आवेदकों की भीड़ भी बढ़ती जा रही थी. कई लोग तो अपनी बारी आने के लिए दो-तीन घंटे तक इंतजार करते दिखे. इसकी एक वजह कई अभ्यर्थियों द्वारा एक से अधिक श्रेणियों में आवेदन देना भी रहा जिसके कारण आवेदन में लगने वाला समय बढ़ता जा रहा था और आवेदन को ठीक से चेक करते करते ही सेशन टाइम क्रॉस हो जाता था. इससे साइबर कैफे वाले को भी फॅार्म भरने में अधिक समय लग रहा था ओर कई ने तो इसका हवाला देकर फाॅर्म भरने का चार्ज भी 100 से बढ़ाकर 200 रुपये कर दिया था. एक से अधिक कैटेगरी में फॉर्म भरने वाले से वे उसी दर से पेसे ले रहे थे जिससे कई आवेदकों में नाराजगी भी दिखी.
दो घंटे बंद रहा आवेदन, सवर्र स्लो होने से भी परेशानी
सर्वर डाउन रहने के कारण दोपहर तीन बजे से पांच बजे तक लगभग दो घंटे आवेदन बंद रहा . उसके बाद भी सर्वर स्लो होने के कारण एक फॉर्म भरने में जहां 10 मिनट लगना चाहिए वहां 40 से 50 मिनट तक लग जा रहा था .टाइम आउट होने की भी एक बड़ी वजह सर्वर का स्लो होना रहा.
शिक्षक बहाली के आवेदन में सुधार के लिए मौके की मांग कर रहा संघ
शिक्षक बहाली के दूसरे चरण के तहत रजिस्ट्रेशन करने के दौरान कई बिंदुओं पर स्पष्टीकरण के अभाव में अभ्यर्थियों ने फॉर्म गलत भर दिया. बिहार प्रारंभिक युवा शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष दीपांकर गौरव तथा मीकू पाल ने बताया की नोटिफिकेशन के साथ फॉर्म कैसे भरें? इस पर न तो शिक्षा विभाग और बीपीएससी ने कोई दिशा निर्देश जारी किया था. आवदेन में बहुत से ऐसे कॉलम थे, जिसको लेकर अभ्यर्थियों के बीच भ्रम की स्थिति थी. अभ्यर्थियों ने विषय संयोजन में काफी गलतियां की जिसके चलते उनका आवेदन गलत हो गया.
प्रदेश अध्यक्ष दीपांकर गौरव ने यह भी बताया की रजिस्ट्रेशन तिथि के अंतिम दिन बीपीएससी के अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने ट्वीट कर यह जानकारी दी कि अभ्यर्थियों को विषय का चयन उम्र में छूट के आधार पर नहीं किया जा सकता है. लेकिन लाखों अभ्यर्थियों ने अन्य विषय के ऑप्शन को चुन लिया. जिससे उनका आवदेन गलत हो गया. अब नया रजिस्ट्रेशन करने पर पुनः ढाई से तीन हजार रुपये खर्च हो रहे हैं. ऐसे में शिक्षा विभाग और बीपीएससी को अभ्यर्थियों के हित में आवेदन में सुधार का मौका दिया जाना चाहिए.