बिहार बोर्ड से मैट्रिक 2023 में सफल स्टूडेंट्स को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति कोचिंग देगा. इसकी तैयारी चल रही है. जल्द ही टॉपर को इंजीनियरिंग व मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी करायी जायेगी. इसकी प्लानिंग तैयार की जा रही है. बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने कहा कि टॉपर स्टूडेंट्स को मार्गदर्शन व गाइडेंस की जरूरत है. जेइइ मेन, एडवांस्ड व नीट यूजी की तैयारी इन सभी स्टूडेंट्स को मुफ्त में करायी जायेगी. इसके लिए तीन-से-चार दिनों में आवेदन की प्रक्रिया जारी कर दी जायेगी.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने टॉपर स्टूडेंट्स को मार्गदर्शन और विभिन्न प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी कराने का निर्देश बोर्ड को दिया था. इसी क्रम में बोर्ड इसकी तैयारी में जुटा हुआ है. 15 जुलाई के बाद से कक्षाएं शुरू कर दी जायेगी. स्टूडेंट्स को यहां मुफ्त में पढ़ाया जायेगा. रहने व खाने की व्यवस्था भी मुफ्त में होगी. पोशाक भी दिया जायेगा. इसके साथ-साथ स्टूडेंट्स को किताबें व स्टडी मैटेरियल भी मुफ्त में दिया जायेगा. स्टूडेंट्स का चयन मेरिट के हिसाब से होगा.
लड़के व लड़कियों को मिला कर लगभग 150 सीटें निर्धारित की जायेगी. लड़कियों की रहने व पढ़ने की व्यवस्था बांकीपुर गर्ल्स हाई स्कूल व लड़कों के रहने व पढ़ने की व्यवस्था पटना कॉलेजिएट में किया जायेगा. चयनित स्टूडेंट्स को यहीं एडमिशन होगा और स्ट्रीम च्वाइस के अनुसार उनकी तैयारी करायी जायेगी. मुख्यमंत्री से इस योजना का उद्घाटन होना प्रस्तावित है.
दोनों स्कूल में लैब व लाइब्रेरी की व्यवस्था करायी जायेगा. अलग से स्टडी रूम तैयार कराया जायेगा. बोर्ड के इस मुहिम का रंग 2025 में देखने को मिलेगा. इस बच्चों को जेइइ मेन व नीट की तैयारी एक्स्पर्ट टीचरों से करायी जायेगी. टीचरों का सलेक्शन होगा. नीट व जेइइ मेन की तैयारी कराने वाले टीचर्स को हायर किया जायेगा. इसके लिए एक तय राशि इन टीचर्स को दी जायेगी.
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समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि मैट्रिक पास कोई भी स्टू़डेंट्स आवेदन कर सकते हैं. आवेदन के आधार पर मेरिट लिस्ट तैयारी किया जायेगा. मेरिट पास प्रतिशत पर बनेगा. सीटों के अनुसार स्टूडेंट्स का सलेक्शन होगा. आनंद किशोर ने कहा कि बिहार के कई मेधावी स्टूडेंट्स की आर्थिक स्थिति बेहतर नहीं होती है. इस कारण वह अपने सपने को साकार नहीं कर पाते हैं. इस मुहिम के माध्यम से मेधावी स्टूडेंट्स अपने सपने को साकार कर सकते हैं. यहां स्टूडेंट्स को किसी भी प्रकार की राशि नहीं देनी होगी. अच्छे शिक्षक यहां पढ़ायेंगे. प्राइवेट कोचिंग में अधिक राशि इन स्टूडेंट्स को देना पड़ जाता है. इससे इन स्टूडेंट्स को राहत दी जायेगी.