दानापुर मंडल के दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन और पटना रेलखंड पर बक्सर के रघुनाथपुर स्टेशन के पास हुई गाड़ी संख्या 12506 नार्थ इस्ट एक्सप्रेस दुर्घटना के करीब 36 घंटे बाद शुक्रवार से ट्रेनों का परिचालन शुरू किया गया. रेलवे के अनुसार अप व डाउन लाइन फिट हो गई है. जिसके बाद परिचालन शुरू किया गया है. शुक्रवार की सुबह सबसे पहले अप लाइन में ट्रेनों का परिचालन शुरू हुआ है. इसके बाद डाउन लाइन भी दुरुस्त कर लिया गया. इस कार्य में रेलवे के करीब 300 कर्मी लगे थे.
चार मेमू ट्रेन व एक मालगाड़ी चलायी गयी
पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी वीरेंद्र कुमार ने बताया कि अप लाइन के ठीक होने के बाद सुबह 8:10 बजे ट्रेन नंबर 13209 पटना डीडीयू एक्सप्रेस को रवाना किया गया. यह ट्रेन 10.9 बजे रघुनाथपुर पहुंची एवं 10.14 बजे यहां से पं. दीनदयाल उपाध्याय जं. के लिए प्रस्थान की. इसके बाद शाम छह बजे तक कुल चार मेमू ट्रेन अप लाइन में चलायी गयी. इसी तरह डाउन लाइन को भी दोपहर 1 बजे तक परिचालन के लिए फिट कर दिया गया. संरक्षा व सुरक्षा की दृष्टि से डाउन लाइन से शाम 5.12 बजे सबसे पहले मालगाड़ी का परिचालन किया गया. अप व डाउन में इस रूट से रोजाना करीब 300 ट्रेनों का परिचालन होता है.
30 की रफ्तार से गुजरी ट्रेनें, दूसरी पटरियों का भी मरम्मत कार्य
रघुनाथपुर स्टेशन के पास अभी ट्रैक मरम्मत का कार्य चल रहा है. इस कारण अभी 25 से 30 की रफ्तार से ही रेलवे ट्रेन चला रही है. वहीं जानकारों की माने तो पूरी तरह से परिचालन ठीक होने में अभी समय लगेगा. वहीं हादसे के बाद रेल प्रशासन की नींद भी टूट गयी है. गुरुवार की देर शाम से ही अन्य रेल पटरियों की मरम्मत का काम शुरू किया गया. पटना-गया रेलखंड पर पटरियों में जहां तहां खुले नट-बोल्ट को आनन-फानन कसा जा रहा है. जहां नट-बोल्ट व क्लिप गायब थे, जिसे दुरुस्त किया जा रहा है. दिन भर खासकर अप लाइन में मरम्मत का काम चला. शनिवार तक सामान्य गति से ट्रेनों के परिचालन होने की संभावना है.
नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस बुधवार को हुई थी दुर्घटनाग्रस्त
बता दें कि दिल्ली के आनंद विहार स्टेशन से कामाख्या जा रही नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस बुधवार की रात रघुनाथपुर स्टेशन के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी. सूत्रों का कहना है कि ट्रेन प्लेटफॉर्म की सीमा में ही पटरी से उतर कर तीन टुकड़ों में बंट गयी थी. पटरी से उतरने का संभावित कारण पटरी में खराबी थी. बक्सर जिले में हुए इस हादसे में कम से कम चार लोगों की मौत हो गयी और 78 लोग घायल हो गये. ट्रेन के सभी 22 डिब्बे और इंजन पटरी से उतर गये थे. इनमें से दो पूरी तरह पलट गये और दो अन्य भी क्षतिग्रस्त हो गये.
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ट्रेनों का परिचालन हो गया था ठप
बुधवार की रात 9:52 बजे हुए इस हादसे की वजह से गुरुवार को इस अप और डाउन लाइन पर ट्रेनों का परिचालन बंद हो गया था. इस वजह से 30 से अधिक ट्रेनों को कैंसिल करना पड़ा था, साथ ही 95 से अधिक ट्रेनों का रूट बदलना पड़ा था. शुक्रवार को लाइन फिट हो गई है और ट्रेनों का परिचालन भी शुरू हो गया है.
एम्स से अब तक 10 मरीज हुए डिस्चार्ज, 14 का चल रहा इलाज
बक्सर रेल हादसे में घायल एक और व्यक्ति को शुक्रवार को पटना एम्स में भर्ती किया गया. इसके साथ ही पटना एम्स में अब तक 25 घायलों को भर्ती किया जा चुका है. शुक्रवार को एम्स की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार 25 में से 10 मरीजों को बेहतर इलाज के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है. फिलहाल 14 मरीजों का इलाज किया जा रहा है और एक को निगरानी में रखा गया है. जानकारी के अनुसार केवल एक मरीज को छोड़ कर अन्य सभी की स्थिति सामान्य है. पटना एम्स के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉक्टर सीएम सिंह के मुताबिक बक्सर रेल हादसे में घायल जितने मरीज यहां आये थे. उन सभी को चिकित्सा सुविधा मुहैया करा दी गयी है. मरीज तेजी से रिकवर हो रहे हैं.