चौसा
. बक्सर-सासाराम मुख्य पथ स्थित अखौरीपुर गोला हनुमान मंदिर से चौसा रेलवे स्टेशन तक जानेवाली लिंक रोड वर्षो से मरम्मति की बाट जोह रहा है. विभागीय अकर्णमयता और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के चलते मरम्मति के आभाव में उक्त सड़क गढ्डों में तब्दील हो चुकी है. सड़क देखने पर पता ही नहीं चलता कि सड़क में गड्ढे है अथवा गढ्ढे में सड़क . दर्जनों जगहों पर उभरे गढ्ढों और सड़क के दोनों तरफ बिखरे गिट्टियों के चलते लोगों को पैदल चलने में भी परेशानी झेलनी पड़ रही है. हल्की बारिश में गढ्ढों में जल जल जमाव हो जाने से सड़क की स्थिति और बदतर हो जाती है. वर्षों से जर्जर चौसा रेलवे स्टेशन को जानेवाली उक्त क्षतिग्रस्त सड़क से चौसा और इटाढ़ी प्रखंड के दर्जनों गांवों के लोगों का आना जाना होता है. जर्जर हो गढ्ढों में तब्दील हो चुके उक्त सड़क पर गिरकर अक्सर लोग जख्मी होते रहते है. रिक्शा चालक उक्त सड़क पर चलने से कतराने लगे है. सडक की इतनी बदतर है कि राहगीर उसपर पैदल चलने से भी कतराने लगे है. वहीं बाईक अथवा साईकिल सवार दुसरे रास्ते अपनाने लगे है. हालाँकि नगर पंचायत के स्तर से कुछ दिन पहले ईंट और मिट्टी से गढ्ढों की भराई भी कराई जा चुकी है. परन्तु ऊबड़ खाबड़ के चलते लोगों की परेशानी दूर नहीं हो सकी. जर्जर हो चुके उक्त सड़क के कारण लोगों की ट्रेनें भी छुट जाती है. एक किलोमीटर की दुरी तय करने में लग जाते है आधे घंटे. क्षेत्र के लोगों ने बताया कि सड़क की मरम्मति के लिए विभाग व स्थानीय प्रतनिधियों से कई बार कहा गया परंतु आज तक स्थिति जस की तस है. क्षेत्र के सारे सडक ठीक है परंतु चौसा स्टेशन को जानेवाली सड़क की स्थिति दिन पर दिन और जर्जर ही होती जा रही है और गढ्ढेनुमा सड़क पर लो चलने पर मजबूर है. रामपती चौधरी, संतोष राय, पन्नालाल प्रसाद, राजेश कुमार, मुरारी खरवार आदि स्थानीय ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से उक्त सड़क की अविलंब मरम्मति कराने की मांग की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है