Bihar Caste Survey: बिहार में जाति आधारित सर्वे के आकड़े सार्वजनिक किए जा चुके है. इसके बाद राज्य के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की प्रतिक्रिया सामने आई है. इन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के जरिए अपनी बातों को साझा किया है. जाति आधारित सर्वे के आकड़े सार्वजनिक होने पर लालू यादव ने कहा है कि गांधी जयंती के अवसर पर इस ऐतिहासिक क्षण के हम सभी साक्षी बने हैं. बीजेपी की अनेकों साजिशों, कानूनी अड़चनों और तमाम षड्यंत्र के बाद भी आज बिहार सरकार ने जाति आधारित सर्वे को रिलीज कर दिया. यह आंकडे वंचितों, उपेक्षितों और गरीबों के समुचित विकास और तरक्की के लिए समग्र योजना बनाने एवं हाशिए के समूहों को आबादी के अनुपात में प्रतिनिधित्व देने में देश के लिए नजीर पेश करेंगे. राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने आगे कहा कि सरकार को अब सुनिश्चित करना चाहिए कि जिसकी जितनी संख्या, उसकी उतनी हिस्सेदारी हो. लालू यादव ने कहा कि उनका शुरू से मानना रहा है कि राज्य के संसाधनों पर न्यायसंगत अधिकार सभी वर्गों का हो.
लालू यादव ने बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा है कि केंद्र में 2024 में जब हमारी सरकार बनेगी तब पूरे देश में जातिगत जनगणना करवायेंगे और दलित, मुस्लिम, पिछड़ा और अति पिछड़ा विरोधी भाजपा को सत्ता से बेदखल करेंगे. इसके अलावा लालू यादव ने यह भी कहा कि जातीय जनगणना से ही जेपी का संपूर्ण क्रांति का सपना पूरा होगा. मैनें 2015 में भी यह बात कही थी. लालू प्रसाद ने कहा था कि जातीय जनगणना के आंकड़े पर ही जेपी के संपूर्ण क्रांति का सपना पूरा होगा. जबतक वंचित वर्गों के लोग मुख्यधारा में नहीं आयेंगे तो कैसे विकास होगा.
आज गाँधी जयंती पर इस ऐतिहासिक क्षण के हम सब साक्षी बने हैं। बीजेपी की अनेकों साजिशों, कानूनी अड़चनों और तमाम षड्यंत्र के बावजूद आज बिहार सरकार ने जाति आधारित सर्वे को रिलीज किया।
ये आँकडे वंचितों, उपेक्षितों और गरीबों के समुचित विकास और तरक़्क़ी के लिए समग्र योजना बनाने एवं…
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) October 2, 2023
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वहीं, बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा है कि कम समय में जाति आधारित सर्वे के आंकड़े एकत्रित एवं उन्हें प्रकाशित कर बिहार आज फिर एक ऐतिहासिक क्षण का गवाह बना है. दशकों के संघर्ष ने एक मील का पत्थर हासिल किया. इस सर्वेक्षण ने ना सिर्फ वर्षों से लंबित जातिगत आंकड़े प्रदान किये हैं बल्कि उनकी सामाजिक आर्थिक स्थिति का भी ठोस संदर्भ दिया है.
अब सरकार त्वरित गति से वंचित वर्गों के समग्र विकास एवं हिस्सेदारी को इन आंकड़ों के आलोक में सुनिश्चित करेगी. इतिहास गवाह है कि भाजपा नेतृत्व ने विभिन्न माध्यमों से कितनी तरह इसमें रूकावट डालने की कोशिश की. बिहार ने देश के समक्ष एक नजीर पेश की है और एक लंबी लकीर खींच दी है. राज्य ने सामाजिक और आर्थिक न्याय की मंजिलों के लिए लकीर खींच दी है. डिप्टी सीएम ने कहा है कि आज यह बिहार में हुआ है, कल पूरे देश में करवाने की आवाज उठेगी और वह कल बहुत दूर नहीं है. उपमुख्यमंत्री ने आगे कहा कि बिहार ने फिर देश को दिशा दिखाई है और आगे भी दिखाता रहेगा.
कम समय में जाति आधारित सर्वे के आँकड़े एकत्रित एवं उन्हें प्रकाशित कर बिहार आज फिर एक ऐतिहासिक क्षण का गवाह बना।
दशकों के संघर्ष ने एक मील का पत्थर हासिल किया। इस सर्वेक्षण ने ना सिर्फ वर्षों से लंबित जातिगत आंकड़े प्रदान किये हैं बल्कि उनकी सामाजिक आर्थिक स्थिति का भी ठोस… pic.twitter.com/Xqzpzf3t3z
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) October 2, 2023
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लालू यादव ने कहा है कि सरकार को अब सुनिश्चित करना चाहिए कि जिसकी जितनी संख्या, उसकी उतनी हिस्सेदारी भी हो. हमारा शुरू से यह मनाना रहा है कि राज्य के संसाधनों पर न्यायसंगत अधिकार सभी वर्गों का हो. वहीं बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने भी आंकड़ा जारी होने के बाद अपनी बात सामने रखी है. उन्होंने कहा है कि आज गांधी जयंती के शुभ अवसर पर बिहार में कराई गई जाति आधारित गणना के आंकड़े प्रकाशित किए गए हैं. जाति आधारित गणना के कार्य में लगी हुई पूरी टीम को मुख्यमंत्री ने बधाई दी है. सीएम ने कहा कि आज गांधी जयंती के शुभ अवसर पर बिहार में कराई गई जाति आधारित गणना के आंकड़े प्रकाशित कर दिए गए हैं. जाति आधारित गणना के कार्य में लगी हुई पूरी टीम को बहुत-बहुत बधाई. जाति आधारित गणना के लिए सर्वसम्मति से विधानमंडल में प्रस्ताव पारित किया गया था. बिहार विधानसभा के सभी 9 दलों की सहमति से निर्णय लिया गया था कि राज्य सरकार अपने संसाधनों से जाति आधारित गणना कराएगी एवं दिनांक 02-06-2022 को मंत्रिपरिषद से इसकी स्वीकृति दी गई थी. इसके आधार पर राज्य सरकार ने अपने संसाधनों से जाति आधारित गणना कराई है. जाति आधारित गणना से न सिर्फ जातियों के बारे में पता चला है बल्कि सभी की आर्थिक स्थिति की जानकारी भी मिली है. इसी के आधार पर सभी वर्गों के विकास एवं उत्थान के लिए अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी. बिहार में कराई गई जाति आधारित गणना को लेकर शीघ्र ही बिहार विधानसभा के उन्हीं 9 दलों की बैठक बुलाई जाएगी तथा जाति आधारित गणना के परिणामों से उन्हें अवगत कराया जाएगा.
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