Bihar News: बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में रक्सौल रेलवे स्टेशन पर तीन करोड़ रुपये मूल्य की चाइनीज ई-सिगरेट की तस्करी के मामले में खुलासा हुआ है. इस मामले में रेलवे के स्टेशन अधीक्षक अनिल कुमार सिंह और पार्सल इंचार्ज माणिक चंद्र को निलंबित कर दिया गया है. कई अधिकारी- कर्मचारी अभी भी रडार पर हैं. सीमा शुल्क के आला अधिकारी की रिपोर्ट के आधार पर रेलवे ने अपने अधिकारियों की भूमिका को संदिग्ध पाते हुए निलंबन की कार्रवाई की है. रेलवे और कस्टम के अधिकारी अपने- अपने स्तर पर इस मामले की जांच कर रहे हैं.
कॉस्मेटिक सामान के नाम पर बुकिंग हुई थी
चाइनीज ई-सिगरेट को कॉस्मेटिक सामान के नाम पर बुक किया गया था ताकि कस्टम की नजरों से बचा जा सके. एकीकृत चेक पोस्ट (आई सी पी) एवं निवारण रक्सौल के अधिकारियों ने रविवार सुबह रक्सौल रेलवे स्टेशन पर छापा मारकर सत्याग्रह एक्सप्रेस के ब्रेकवान (पार्सल वाला कोच) से ई-सिगरेट जब्त की थी.
मामला सामने आने पर कस्टम विभाग ने तैयार किया रिपोर्ट
कस्टम अधिकारियों ने अभी तक की जांच में पाया है कि प्रतिबंधित विदेशी सिगरेट को कॉस्मेटिक सामान की आड़ में बुक किया गया था. इसमें स्थानीय रेल अधिकारियों की मिलीभगत सामने आने पर कस्टम विभाग ने रिपोर्ट तैयार की है. कस्टम के अधिकारियों के अनुसार जांच में कई और नाम सामने आ सकते हैं. सहायक कस्टम आयुक्त विनोद कुमार ने कहा कि यह अब तक की सबसे बड़ी ई-सिगरेट खेप थी जो भारत में आई थी. कस्टम विभाग की जांच अभी जारी है और इस मामले में कुछ और अधिकारियों की भूमिका पर भी सवाल हैं.
दिल्ली-मुंबई में बढ़ी मांग, तस्करी का रूट बदलने की कोशिश
एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली और मुंबई जैसे बड़े शहरों में नाइट क्लबों और पार्टियों में ई-सिगरेट की मांग तेजी से बढ़ रही है, जिससे तस्करों ने इस व्यापार के लिए बिहार-नेपाल सीमा का रूट अपनाया. कस्टम विभाग ने बढ़ती चौकसी के बाद इस तस्करी को पकड़ने में सफलता पाई. अब कस्टम विभाग की प्राथमिकता इस बात की जांच है कि ई-सिगरेट किस स्रोत से आया और इसमें कौन कौन लोग शामिल हैं. जांच का एक बिन्दु यह भी है कि तस्करों ने कहीं स्थानीय लोगों और रेल अधिकारी की मदद से नेटवर्क तो नहीं बना लिया है यशोवर्धन पाठक ने अभी तक की कार्रवाई को एक बड़ी सफलता बताया है. .
नेपाल-बिहार सीमा पर नया तस्करी रूट
नेपाल और बिहार की सीमा मादक पदार्थों और जाली नोटों के बाद अब चाइनीज ई-सिगरेट तस्करी का नया रूट बन गया है. तस्कर बिहार के रास्ते दिल्ली तक इस तस्करी का नेटवर्क फैलाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन कस्टम विभाग की चौकसी ने उनके इस प्रयास को विफल कर दिया. यह बड़ी कार्रवाई 15 दिसंबर को रक्सौल स्टेशन पर हुई, जब सत्याग्रह एक्सप्रेस के ब्रेकवान से ई-सिगरेट की खेप बरामद की गई.
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मामले की जांच जारी
सीमा शुल्क आयुक्त (निवारण) पटना डॉ यशोवर्धन पाठक के निर्देश पर तस्करी के खिलाफ सघन एवं व्यापक अभियान चलाया जा रहा है. जिसके तहत लगातार बड़ी जब्तियां की जा रही है. पहले छोटे पैमाने पर ई-सिगरेट की तस्करी हो रही थी, लेकिन अब यह मामला बड़े पैमाने पर सामने आया है.द कस्टम विभाग ने इस पर पैनी नजर रखी और यह सफलता हासिल की. मामले की जांच जारी है, और कस्टम विभाग ने तस्करी में शामिल सभी लोगों की पहचान कर कार्रवाई करने का संकल्प लिया है.