भारत की आपराधिक न्याय प्रणाली में अब बड़ा बदलाव किया गया है. तीन नये कानून देशभा में 1 जुलाई से लागू कर दिए गए हैं. ब्रिटिशकालीन कानून से अब लोगों को मुक्ति मिल चुकी है. वहीं नये कानून लागू हुए तो ये मुद्दा संसद से लेकर सियासी गलियारे तक में गरमाया रहा. विपक्ष ने इसपर आपत्ति भी दर्ज की है. जबकि विपक्ष के नेताओं के द्वारा किए जा रहे विरोध को एनडीए के नेताओं ने गलत करार दिया है. चिराग पासवान और गिरिराज सिंह ने विपक्ष के रवैये पर सवाल खड़े किए हैं.
देशभर में तीन नए कानून लागू हुए
देशभर में तीन नये आपराधिक कानून जुलाई महीने की शुरुआत से ही लागू कर दिए गए. नये कानून के तहत अब बिना थाना गए ही घटनाओं की रिपोर्ट दर्ज की जा सकेगी. गिरफ्तार व्यक्ति को अपनी स्थिति बताने का अधिकार मिलेगा. इसके साथ ही महिलाओं व बच्चों के खिलाफ अपराधों की जांच को प्राथमिकता देने समेत कई और बड़े बदलाव नये कानूनों के तहत किए गए हैं. लेकिन विपक्ष ने सरकार को कई बिंदुओं पर घेरा है.
विपक्ष ने तीन नए कानून पर उठाए सवाल
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने आरोप लगाया कि विपक्ष से कोई राय लिए बिना ये कानून पारित किए गए हैं. इस तरह से किसी कानून को लागू करना लोकतंत्र की हत्या है. सरकार के दावे को गलत बताते हुए शशि थरूर ने कहा कि संसद के अंदर इसपर कोई भी चर्चा विपक्ष के साथ नहीं की गयी. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इन कानूनों पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने ट्वीट किया कि ‘चुनाव में राजनीतिक व नैतिक झटके के बाद मोदी जी और भाजपा वाले संविधान का आदर करने का ख़ूब दिखावा कर रहें हैं, पर सच तो ये है कि आज से जो आपराधिक न्याय प्रणाली के तीन क़ानून लागू हो रहे हैं, वो 146 सांसदों को सस्पेंड कर जबरन पारित किए गए. INDIA अब ये “बुलडोज़र न्याय” संसदीय प्रणाली पर नहीं चलने देगा.’
चिराग पासवान ने विपक्ष के विरोध को गलत बताया
इधर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने संसद परिसर में समाचार एजेंसी ANI को 3 नए आपराधिक कानून पर विपक्षी रवैये पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि ‘इन्हें अंग्रेजों के जमाने का कानून चलेगा, लेकिन 19वीं सदी का कानून चल रहा था इनके लिए वो ठीक है. अपने देश में बने हुए कानून जो कि पूरी चर्चा के साथ बनाया गया है, इसमें कई प्रावधान जुड़े गए हैं. लेकिन ये इनके लिए ठीक नहीं हैं. चिराग ने कहा कि लोकतंत्र में विपक्ष की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है लेकिन उनको अपनी भूमिका की गंभीरता को समझना होगा. हर विषय क्योंकि सरकार द्वारा लाया जा रहा है इसलिए वो इसका विरोध कर रहे हैं ये सोच पूरी तरह से गलत है.
गिरिराज सिंह ने विपक्ष पर निशाना साधा
वहीं दूसरी ओर ED, CBI के तथाकथित ग़लत इस्तेमाल करने को लेकर विपक्ष ने संसद परिसर में विरोध किया. नीट परीक्षा पेपर लीक मामले पर भी विपक्ष के तेवर सरकार पर तल्ख हैं. जिसपर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि ‘दुर्भाग्यपूर्ण है कि लोकतंत्र में ऐसे विपक्ष की टोली आ गई हो जो लोकतंत्र की मर्यादा को तार-तार कर रही है. हर बात पर विरोध करना, अराजकता की स्थिति पैदा करना, अध्यक्ष की गरिमा को तार-तार करना और हर बात पर विपक्ष का वॉक-आउट करना दुर्भाग्यपूर्ण है.”