बिहार: चिराग पासवान ने एक बार फिर से मध्यावधि चुनाव की अपनी बात को दोहराया है. उन्होंने कहा कि राज्य में जल्द ही मध्यावधि चुनाव होंगे क्योंकि नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार अधिक दिनों तक नहीं चल पाएगी. उन्होंने ये बातें नालंदा जिले के राजगीर में चल रहे प्रशिक्षण शिविर में पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा.
चिराग पासवान ने आगे कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार अधिक दिनों तक नहीं चल पाएगी. उन्होंने ये बातें लोजपा रामविलास गुट के कार्यकर्ताओं के राजगीर में चल रहे प्रशिक्षण शिविर के आखिरी दिन लोगों को संबोधित करते हुए कहा. चिराग ने कहा कि हाल के दिनों में जिस तरह से राजद और जदयू के नेताओं में लगातार तीखी बयानबाजी हो रही है. इससे साफ है कि दोनों के दिल नहीं मिल रहे हैं. जमीनी स्तर पर दोनों पार्टी में काफी विरोधाभास है.
नालंदा जिले के राजगीर में प्रशिक्षण शिविर में चिराग पासवान ने कहा कि उनकी किसी पार्टी के साथ में अभी गठबंधन नहीं है. लोकसभा चुनाव के वक्त गठबंधन होगा. वर्तमान में हम अकेले चल रहे हैं और जनता के हित में काम कर रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि मंत्री बनने की इच्छा नहीं नहीं है. बनना होता तो 2020 में ही बन गया होता. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की गलत नीतियों के साथ समझौता कर लिया होता तो आज केंद्र में मंत्री होता.
जमुई सांसद ने आगे कहा कि मुझे मंत्री बनना होता तो 2020 में नीतीश कुमार की गलत नीतियों के साथ समझौता कर लिया होता तो आज मैं भी केंद्र में मंत्री होता. हमारे दल के दो तीन मंत्री बिहार सरकार में होते. मैं अपने पिता रामविलास पासवान जी से कभी नजरें तक नहीं मिला पाता. अगर नीतीश कुमार के साथ समझौता कर लिया होता.
चिराग पासवान ने कहा कि मेरे चाचा (पशुपति कुमार पारस) ने मेरी पीठ में खंजर भोंका है अब कभी भी उनके साथ या उनके साथ वाले गठबंधन का हिस्सा नहीं बनूंगा.चिराग पासवान ने कहा कि रामविलास पासवान जी के सपने वाला बिहार बनाने की दिशा में मैं काम कर रहा हूं. जनता का आशीर्वाद मिलता रहा तो बहुत जल्द उनके सपने वाला बिहार बनाऊंगा और बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट को पूरा करूंगा.
चिराग पासवान ने आगे कहा कि बिहार में मौत का तांडव अपराधियों द्वारा रचा जा रहा है. बेगूसराय शूटआउट जैसी घटना कभी हमलोगों ने नहीं सुनी थी. बेखौफ अपराधियों का इतना मनोबल नहीं देखा था. चिराग ने सवाल पूछा, ये जंगल राज शब्द किसने दिया? मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इसी शब्द की बदौलत सत्ता पर काबिज हुए. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जिस जंगलराज को कोसते थे आज उन्हीं के साथ डबल जंगल राज ले आए.