Chirag Paswan: लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय खाद्य एवं प्रसंस्करण मंत्री चिराग पासवान ने मंगलवार को विपक्ष पर जमकर निशाना साधा. चिराग ने कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्ष पर दलितों का अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को जब अपनी हार सुनिश्चित लगती है है तो वह दलितों का सहारा लेती है. संसद में उनके पास संख्या नहीं है, फिर भी उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए अपना उम्मीदवार खड़ा कर दिया है.
चिराग पासवान ने गिनाए उदाहरण
चिराग पासवान ने सोशल मीडिया पर अपने आधिकारिक हैंडल से पोस्ट करते हुए लिखा कि जब भी कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्ष को लगता है कि उनकी हार अब निश्चित है, तो वे दलित कार्ड खेल देते हैं. 2002 में जब उन्हें पता था कि वे उपराष्ट्रपति का चुनाव हार रहे हैं, तो उन्होंने सुशील कुमार शिंदे जी को उम्मीदवार घोषित किया था. इसी तरह 2017 में जब उन्हें पता था कि वे राष्ट्रपति पद का चुनाव हार रहे हैं, तो उन्होंने मीरा कुमार जी को नामांकित किया. अब जब उनके पास 2024 में लोकसभा अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए स्पष्ट रूप से उनके पास संख्या बल नहीं है, तो वे कांग्रेस के दलित नेता के. सुरेश जी को नामांकित कर रहे हैं. चिराग पासवान ने सवाल उठाया कि विपक्ष के लिए क्या दलित नेता केवल और केवल प्रतीकात्मक उम्मीदवार हैं?
अध्यक्ष पद के लिए पक्ष-विपक्ष में नहीं बन पाई सहमति
लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए मंगलवार को सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच आम सहमति न बन सकी. जिसके बाद विपक्ष की ओर से कांग्रेस सांसद कोडिकुन्निल सुरेश ने अपना नामांकन दाखिल कर दिया है. एनडीए की ओर से पिछली लोकसभा में निचले सदन के अध्यक्ष रहे ओम बिरला ने अपना नामांकन दाखिल किया है. अब बुधवार को अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होगा.
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