बिहार के मुख्य सचिव आमिर सुबहानी की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें पटना के पारस अस्पताल में भर्ती किया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है. शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी आमिर सुबहानी का हाल जानने पारस अस्पताल पहुंचे. जहां उन्होंने मुख्य सचिव से बातचीत की और साथ ही उनका इलाज कर रहे डॉक्टरों से उनके स्वास्थ्य के संबंध में पूरी जानकारी ली. वहीं इससे पहले पटना के जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह भी डेंगू से संक्रमित हो गए थे. उनका इलाज भी पारस हॉस्पिटल में हुआ था. जहां से स्वस्थ होकर वो ड्यूटी पर वापस लौट चुके हैं.
डेंगू की चपेट में वीआईपी
बताते चलें कि पटना समेत पूरे बिहार में डेंगू का प्रकोप तेजी से फैला हुआ है. पटना प्रमंडल में डेंगू के मामले सबसे अधिक सामने आ रहे हैं. आम लोगों के साथ वीआईपी लोग भी इसके चपेट में आ रहे हैं. मुख्य सचिव आमिर सुबहानी और पटना के डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह के अलावा जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के भी डेंगू से पीड़ित होने की जानकारी है. इसी वजह से दिल्ली में आयोजित विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ की दिल्ली में आयोजित समन्वय समिति की बैठक में वो नहीं गए थे.
1500 के पार डेंगू संक्रमितों की संख्या
राज्य में पिछले 24 घंटे के दौरान डेंगू के 250 नये मरीजों मिले हैं. इसके साथ ही इस सीजन राज्य में डेंगू मरीजों की संख्या बढ़कर 1582 हो गयी है. इनमें सितंबर में 1307 मरीज पाये गये हैं. पिछले 24 घंटे में पटना के अलावा बेगूसराय में 26, भागलपुर में 25, सीवान में 24 और मुंगेर में 12 डेंगू मरीज पाये गये हैं.
अस्पतालों में 226 डेंगू मरीज हैं भर्ती
स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार राज्य के विभिन्न अस्पतालों में गुरुवार तक 226 डेंगू मरीज भर्ती थे. इनमें जेएलएनएमसीएच भागलपुर में 120, बिम्स पावापुरी में 19, पीएमसीएच में 18, एम्स पटना में 16, एएनएमसीएच गया में 14, एनएमसीएच में नौ, जीएमसी, बेतिया में छह, एसकेएमसीएच मुजफ्फरपुर में सात, आइजीआइएमएस, जीएमसी पूर्णिया व डीएमसीएच दरभंगा में पांच-पांच और जेएनकेटीएमसीएच मधेपुरा में दो मरीज हैं.
डेंगू पर रोक के लिए संपूर्ण प्रशासनिक तंत्र रहे अलर्ट: डीएम
स्वस्थ होकर ड्यूटी पर लौटे पटना के डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने डेंगू पर रोक के लिए संपूर्ण प्रशासनिक तंत्र को अलर्ट रहने का निर्देश दिया है. गुरुवार को डेंगू पर नियंत्रण के लिए की जा रही कार्रवाइयों की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि सभी संबंधित पदाधिकारी अलर्ट रहें तथा डेंगू पर नियंत्रण के लिए हर संभव कदम उठाएं. डेंगू के हॉट स्पॉट में विशेष नजर रखते हुए त्वरित कार्रवाई करें. अन्य राज्यों में भी डेंगू के मरीज मिल रहे हैं. आने वाले त्योहारों के दौरान काफी बड़ी संख्या में लोगों के बिहार आने की संभावना है. अतः सभी अनुमंडल पदाधिकारियों, सिविल सर्जन, नगर कार्यपालक पदाधिकारियों तथा अन्य संबद्ध विभागों के पदाधिकारियों को अपेक्षित सतर्कता बरतने की जरूरत है.
सभी जिलों को अलर्ट रहने का निर्देश
वहीं इससे पहले स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने डेंगू को लेकर सभी जिलाधिकारियों व सिविल सर्जनों के साथ तैयारियों की समीक्षा की थी. जिसके बाद उन्होंने डेंगू के बढ़ते मामले को लेकर सभी जिलाधिकारियों को अलर्ट पर रहने को कहा है. कर्नाटक और दिल्ली में डेंगू के तेजी से बढ़ते मामले का हवाला देते हुए कहा गया कि राज्य में भी डेंगू के तेजी से फैलने की आशंका है. दशहरा और दीपावली जैसे पर्व में भी बाहर से लोग घर लौटेंगे, तो इसकी भी तैयारी कर लेनी है. सभी जिलाधिकारियों को डेंगू के नियंत्रण को लेकर अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में बेड, दवा और प्रचार-प्रचार सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया. सभी जिलाधिकारियों को हर दिन पांच बजे डेंगू के संबंध में प्रेस काॅन्फ्रेंस कर जानकारी देनी होगी.
Also Read: बिहार में 1000 के करीब पहुंची डेंगू मरीजों की संख्या, स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों को किया अलर्टलार्वीसाइट का छिड़काव सुनिश्चित करने का निर्देश
अपर मुख्य सचिव ने निर्देश दिया कि स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम साथ मिलकर गहन रूप से लार्वीसाइट का छिड़काव सुनिश्चित करे और फागिंग भी कराए. पानी का जमाव नहीं होने पाए. अस्पतालों में विशेष छिड़काव हो. जिलों को प्लेटलेट्स की उपलब्धता बनाये रखने के निर्देश दिया गया. वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग में नगर विकास एवं आवास विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुणीश चावला, सामान्य प्रशासन विभाग के प्रधान सचिव बी राजेंद्र, स्वास्थ्य सचिव संजय कुमार सिंह सहित अन्य विभाग के अधिकारी मौजूद थे.
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