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बिहार जाति गणना: आपकी सैलरी के लिए भी होगा कोड, मासिक आय के हिसाब से जानें अपना कोड

जाति गणना के दूसरे चरण की गिनती 15 अप्रैल से 15 मई के बीच होनी है. मंगलवार को प्रगणकों व पर्यवेक्षकों की ट्रेनिंग समाप्त हो जायेगा. गणना के महत्व व बारीकियों को देखते हुए तीन स्तरों पर जनगणना से जुड़े अधिकारियों व कर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया है.

पटना. जाति गणना में परिवारों की गिनती के दौरान मासिक आय का भी आकलन होगा. साथ ही लोगों के रोजगार व बेरोजगार की संख्या का पता भी चलेगा. परिवारों की मासिक आय को लेकर अलग-अलग कोड निर्धारित किये गये है. हालांकि, इसमें विद्यार्थी, गृहिणी व काम नहीं करने वाले को ‘लागू नहीं’ की श्रेणी में रखा गया है. इसके लिए कोड ‘08’ निर्धारित है.

मासिक आय से मतलब परिवार के सदस्य को प्रत्येक माह प्राप्त होने वाली औसत आय से है. सभी स्रोतों से आय का तात्पर्य है कि उक्त व्यक्ति द्वारा वर्ष भर किये गये कार्यों से आय प्राप्त होने पर उससे मासिक आय की गणना की जायेगी. जाति गणना में परिवारों के सर्वे के दौरान परिवार के सदस्यों के कार्यों को लेकर अंकित विकल्प संख्या 01 से 12 के कार्यों से आय का सृजन होता है. इसके लिए विकल्प और कोड ‘07’ दिया गया है. विद्यार्थी, गृहिणी व काम नहीं करनेवाले की आय का आकलन संभव नहीं है. इसलिए विकल्प लागू नहीं ‘08’ कोड दिया गया है. किसी व्यक्ति को विकल्प चुनने में कठिनाई होने पर प्रगणक द्वारा उसके कार्यकलाप और बाजार में प्रचलित मजदूरी के आधार पर आय का आकलन कर उस व्यक्ति को बताना होगा. उनकी सहमति से विकल्प अंकित किया जायेगा.

प्रगणकों व पर्यवेक्षकों का कल अंतिम दिन ट्रेनिंग

जाति गणना के दूसरे चरण की गिनती 15 अप्रैल से 15 मई के बीच होनी है. मंगलवार को प्रगणकों व पर्यवेक्षकों की ट्रेनिंग समाप्त हो जायेगा. गणना के महत्व व बारीकियों को देखते हुए तीन स्तरों पर जनगणना से जुड़े अधिकारियों व कर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया है. दूसरे चरण का काम मोबाइल एप, गणना प्रपत्रों व पोर्टल के माध्यम से होना है. इसलिए गणना कर्मियों को सभी पहलुओं, तथ्यों व तरीकों का प्रशिक्षण दिया गया है. पटना जिले में जाति आधारित गणना के लिए 10 प्रतिशत रिजर्व कर्मियों के साथ प्रगणक कर्मी की संख्या 14,114 और पर्यवेक्षकों की संख्या 2353 है. जिले में 45 चार्ज बनाये गये हैं.

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सभी स्रोतों से मासिक आय -कोड

  • शून्य से अधिक और 6000 रुपये तक- 01

  • 6000 से अधिक और 10 हजार रुपये तक-02

  • 10 हजार से अधिक और 20 हजार रुपये तक- 03

  • 20 हजार से अधिक और 30 हजार रुपये तक- 04

  • 30 हजार से अधिक और 40 हजार रुपये तक- 05

  • 40 हजार से अधिक और 50 हजार रुपये तक- 06

  • 50 हजार रुपये से अधिक- 07

  • कार्यकलाप कोड (13 से 15 ) लागू नहीं-08

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