पटना. ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने सोमवार को प्रभात खबर से बात करते हुए लौटने वाले मजदूरों को लेकर विभाग की तैयारी की जानकारी दी. मंत्री का कहना है कि पिछले साल की तुलना में इस बार लौटने वाले लोगों की संख्या कम है. फिर भी हम हर परिस्थिति का सामना करने के लिए तैयार हैं. सभी को काम मिले इसके लिए पूरी तैयारी है.
लौटने वाले पुरुषों को मनरेगा और महिलाओं मजदूरों को जीविका समूहों से जोड़ कर रोजगार की योजना बना ली गयी है. सभी जिलों को कह दिया गया है कि राज्य के अंदर या बाहर से आने वाला कोई भी व्यक्ति हो उसे 100 दिन काम देना है.
पिछली बार दस हजार से अधिक महिलाओं को जीविका में मेट बनाया गया था. करीब ढाई लाख नये जाॅब कार्ड बनाये गये थे. इस बार भी उनको बड़ी संख्या में यह जिम्मेदारी देंगे. सभी योजनाओं में जोड़ा जायेगा. किसानों के पशु शेड , मुर्गी व बकरी के लिये शेड बनाने के अलावा खेल मैदान आदि विभिन्न योजनाओं में ग्राम पंचायत के अंदर ही काम दिया जायेगा.
बिहार राज्य किसान सभा पटना जिला कमेटी ने सोमवार को कृषि कानून को वापस लेने की मांग को लेकर जमाल रोड से विरोध मार्च निकाला, जो चिरैयाटांड़ पुल के पास पहुंच कर सभा में तब्दील हो गयी. माकपा के जिला सचिव मनोज कुमार चंद्रवंशी ने कहा कि केंद्र सरकार बिना संवैधानिक तरीके से संसद से बिल पास करा कर किसान विरोधी चेहरा उजागर किया है.
पूंजीपतियों के हाथों कठपुतली बन कर किसानों का दमन किया जा रहा है. दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलनरत किसानों का मनोबल तोड़ने के लिए प्रयास हो रहे हैं. फिर भी किसान आंदोलन पर डटे हुए हैं .
आंदोलन को मजबूती देने के लिए देशभर में किसानों ने एकजुटता प्रकट करते यह विरोध प्रदर्शन किया है. कार्यक्रम में किसान सभा के सचिव सोने लाल प्रसाद, शिव कुमार विद्यार्थी, ओम प्रकाश शर्मा, शिव नाथ पासवान, उमेश राय, पारस पाल, आदित्य कुमार आदि मौजूद थे.
Posted by Ashish Jha