लाइव अपडेट
राष्ट्रीय औसत से अधिक हुआ बिहार में कोरोना से रिकवरी रेट
पटना : बिहार में कोरोना महामारी से रिकवरी रेट राष्ट्रीय औसत से आगे हो गया है. शुक्रवार को आये जांच रिपोर्ट के मुताबिक बिहार में कोरोना से स्वस्थ्य होकर घर लौटनेवालों की रिकवरी रेट 78.05 प्रतिशत हो गयी है. जबकि, अभी राष्ट्रीय रिकवरी रेट 74.30 है. बिहार का रिकवरी रेट राष्ट्रीय औसत से करीब चार फीसदी अधिक है.
कोविड-19 के दौर में परीक्षा आयोजित करना पड़ सकता है महंगा : तेजस्वी यादव
पटना : नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा है कि केंद्र सरकार, एनटीए, यूजीसी और आईआईटी दिल्ली को वर्तमान दौर में देश के छात्रों और युवाओं की चिंताजनक स्थिति पर संवेदनशील और मानवीय दृष्टिकोण अपनाना चाहिए़. कोविड और बाढ़ के दौरान परीक्षा आयोजित करने की यह जल्दीबाजी महंगी साबित होगी. ऐसा हुआ तो बाढ़ और बिहार सरकार की बेपरवाही कई जटिल समस्याएं पैदा कर सकती है.
कंटेनमेंट जोन में बैरिकेडिंग को लेकर दिये आवश्यक निर्देश
अररिया: जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में कोविड-19 संक्रमण की वर्तमान स्थिति के मद्देनजर सभी संबंधित जिला स्तरीय पदाधिकारियों के साथ बैठक की गई. जिला पदाधिकारी ने सिविल सर्जन को 171 कंटेनमेंट जोन में बैरिकेडिंग को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया.
सभी व्यक्तियों के सैंपल की जांच हो : डीएम
गया: जिलाधिकारी ने कोविड-19 से संबंधित विषयों पर विचार विमर्श करते हुए निर्देश दिया कि कंटेनमेंट जोन के अंतर्गत सभी व्यक्तियों का सैंपल जांच कराया जाए. साथ ही कंटेनमेंट जोन के अंदर जितने भी हाउसहोल्ड हैं उनसे संबंधित व्यक्ति की सूची अंचलाधिकारी के माध्यम से तैयार की जाय.
नन एनएबीएच एक्रीडेटेड अस्पतालों में प्रति दिन 4800 रुपये लगेंगे
पटना : सी कटेगरी के अन्य जिलों में स्थापित अस्पतालों की दर एक्रीडेटेड का आइसोलेशन बेड का प्रति दिन छह हजार, बिना वेंटिलेटर वाले आइसीयू बेड का नौ हजार और वेंटिलेटर वाले आइसीयू बेड का प्रति दिन 10800 रुपये होगा. इसी प्रकार इन शहरों के नन एनएबीएच एक्रीडेटेड अस्पतालों की दर प्रति दिन आइसोलेशन बेड का 4800 रुपये, बिना वेंटिलेटर वाले आइसीयू बेड का 7800 और वेंटिलेटर वाले आइसीयू बेड का 10800 रुपये होगा. इन जिलों के नन एनएबीएच एक्रीडेटेड अस्पतालों का प्रति दिन आइसोलेशन बेड का चार्ज 4800 रुपये, बिना वेंटिलेटर वाले आइसीयू बेड का रेट 7800 और वेंटिलेटर वाले आइसीयू बेड का चार्ज 9000 रुपये प्रति दिन निर्धारित किया गया है.
भागलपुर दरभंगा में होगा सस्ता ईलाज
पटना : भागलपुर, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, गया व पूर्णिया में इलाज की ये होंगी दरें श्रेणी-बी वाले भागलपुर, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, गया व पूर्णिया शहर के अस्पतालों की दर एक्रीडेटेड अस्पताल के आइसोलेशन बेड का प्रति दिन चार्ज आठ हजार, बिना वेंटिलेटर वाले आइसीयू बेड का चार्ज प्रतिदिन 12 हजार और वेंटिलेटर वाले आइसीयू बेड का चार्ज 14 हजार 400 निर्धारित किया है. इस श्रेणी के नन एक्रीडेटेड अस्पतालों की दर आइसोलेशन बेड का प्रति दिन 6400 रुपये, बिना वेंटिलेटर वाले आइसीयू बेड का 10400 रुपये और वेटिलेटर वाले आइसीयू बेड का प्रति दिन का चार्ज 12 हजार रुपये होगा.
वेंटिलेटर वाले आइसीयू बेड पर प्रतिदिन का रेट 18 हजार
पटना : स्वास्थ्य विभाग के अनुसार गंभीर किस्म के मरीजों को वेंटिलेटर वाले आइसीयू बेड पर प्रतिदिन का रेट 18 हजार होगा. इसी प्रकार पटना में नन एनएबीएच अस्पताल के आइसोलेशन बेड का चार्ज आठ हजार, बिना वेंटिलेटरवाले आइसीयू बेड का चार्ड 13 हजार और वेंटिलेटर वाले आइसीयू बेड का चार्ज 15 हजार प्रतिदिन होगा.
आइसोलेशन बेड का प्रतिदिन अधितकम शुल्क 10 हजार
पटना : स्वास्थ्य विभाग ने इस संबंध में सभी जिलाधिकारियों को निर्देश भेज दिया है. निर्धारित दर में बताया गया है कि पटना शहर में एनएबीएच एक्रीडेटेड अस्पताल में आइसोलेशन बेड का प्रतिदिन अधितकम शुल्क 10 हजार जिसमें 1200 रुपये का पीपीइ किट भी शामिल होगा. इसके अलावा बिना वेंटिलेटर वाले आइसीयू में प्रतिदिन 15 हजार जिसमें दो हजार का पीपीइ किट का मूल्य भी शामिल है.
पटना में अधिकतम 18 हजार रुपये प्रतिदिन में होगा ईलाज
पटना : पटना में कम से कम आठ हजार रुपये प्रतिदिन और अधिकतम 18 हजार रुपये प्रतिदिन के हिसाब से कोरोना के इलाज के लिए अधिकृत अस्पतालों में मरीजों को पैसे देने होंगे. जबकि, भागलपुर, गया, मुजफ्फरपुर, दरभंगा और पूर्णिया में कम से कम 64 सौ और अधिकतम 14400 रुपये में इलाज कराया जा सकेगा. बाकी शहरों के निजी अस्पतालों में न्यूनतम 4800 और अधिकतम 10800 रुपये प्रतिदिन की अधिकतम खर्च पर इलाज कराया जा सकेगा.
तीन श्रेणी में बांटे गये निजी अस्पताल, इलाज की दर तय
पटना : स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के निजी अस्पतालों की शहरों के आधार पर तीन श्रेणी में बांट कर कोरोना मरीजों के इलाज की अधिकतम दर निर्धारित कर दी है. श्रेणी ए में सिर्फ पटना शहर के अस्पतालों को रखा गया है. इसके अलावा श्रेणी बी में भागलपुर, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, गया और पूर्णिया को शामिल किया गया है. श्रेणी-सी में राज्य के अन्य जिलों के अस्पतालों को शामिल किया गया है. इन तीन कटेगरी के आधार पर ही नेशनल एक्रीडिशन बोर्ड ऑफ हॉस्पीटल (एनएबीएच) मान्यताप्राप्त और बिना एनएबीएच मान्यता प्राप्त वाले अस्पतालों के अलग-अलग दर निर्धारित की गयी है. इलाज की तीन और अस्पतालों की दो कटेगरी निर्धारित की गयी है.
मधुबनी में 141 और मुजफ्फरपुर में 174 नये मामले पाये गये
स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार कटिहार जिले में 102, मधुबनी में 141 और मुजफ्फरपुर में 174 नये मामले पाये गये. इसके अलावा अररिया में 41, अरवल में 34, औरंगाबाद में 78, बांका में 23, बेगूसराय में 97, भागलपुर में 76, भोजपुर में 61, बक्सर में 29, दरभंगा में 36, पूर्वी चंपारण में 90, गया में 58, गोपालगंज में 49, जमुई में 23, जहानाबाद में 46, कैमूर में 38, खगड़िया में 24 किशनगंज में 38, लखीसराय में 47, मधेपुरा में 58, मुंगेर में 44, नालंदा में 65, नवादा में 35, पूर्णिया में 77, रोहतास में 49, सहरसा में 67, समस्तीपुर में 52, सारण में 99, शेखपुरा में 21, शिवहर में आठ, सीतामढ़ी में 58, सीवान में 43, सुपौल में 27, वैशाली में 33 और पश्चिम चंपारण जिले में 41 नये मामले पाये गये हैं.