पटना. अस्तलाचल गामी सूर्य को अर्घ्य देने के लिए लोगों की भीड़ नदी-तालाब में बने घाटों पर उमड़ पड़ी. कोरोना काल के बाद पहली बार छठ पर इस प्रकार की भीड़ देखी गयी. वैसे घाटों पर कोरोना को लेकर जगरुकता और टीका दोनों की व्यवस्था की गयी थी.
बिहार के पटना, मुजफ्फरपुर, दरभंगा सहित कई शहरों में अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने से पहले से ही छठी मइया के गीत गूंज रहे हैं. शाम पांच बचे के बाद पूरे बिहार में श्रद्धालुओं ने ढलते सूर्य को अर्घ्य दिया.
श्रद्धालुओं का जत्था वैसे दोपहर से ही गंगा घाटों पर पहुंचने लगा था. व्रती अलग-अलग शहरों में बने घाटों तक पहुंचे. कई लोगों ने घरों की छतों पर अस्थाई तालाब बनाकर अर्घ्य दिया. पहला अर्घ्य देकर श्रद्धालु घरों को लौट गये.
छठ पूजा के मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज अपने आवास 1 अण्णे मार्ग पर भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया. मुख्यमंत्री आवास में नीतीश कुमार के परिवार के सदस्य छठ पूजा कर रहे हैं और छठ पूजा के मौके पर मुख्यमंत्री ने भी आज अस्ताचलगामी भास्कर को अर्घ्य दिया.
मुख्यमंत्री के परिवार में कुल 4 लोग छठ व्रत कर रहे हैं. मुख्यमंत्री की सरहज, भगिनी, उनकी भतीजी और एक भगीना की पत्नी छठ व्रत कर रही हैं. मुख्यमंत्री आवास में बने तालाब में अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया गया. अर्घ्य देने के बाद मुख्यमंत्री पटना के गंगा घाटों का जायजा लेने से निकले.
Posted by Ashish Jha