दरभंगा : जिला में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में कमी आयी है. पिछले कुछ दिनों से यह आंकड़ा प्रतिदिन 30 से 40 के बीच रह रहा है. दरभंगा मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में आरटीपीसीआर से विगत छह माह में करीब 45 हजार कोरोना वायरस सैंपल की जांच हो चुकी है. इसमें 28 सौ लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है.
वहीं 18 जुलाई से शुरु रैपिड एंटिजन किट से अब तक 2570 लोगों की कोरोना जांच की गयी. इसमें 375 रिपोर्ट पॉजिटिव आयी. शुरुआती मार्च माह में जब डीएमसीएच आइसोलेशन वार्ड शुरु किया गया तो जांच को लेकर अफरा- तफरी मच गयी थी. 20 मार्च को डीएमसीएच के गायनी विभाग के पीछे जीएनएम नर्सिंग छात्रावास को आइसोलेशन वार्ड में बदल दिया गया था.
23 मार्च को वहां ऐसी स्थिति हो गयी थी, कि स्थिति को संभालने के लिये पुलिस को बुलाना पड़ा. उस दिन शाम 4.30 बजे तक करीब 150 लोगों की जांच की गयी. अफरा- तफरी को देखते हुये जांच को उस दिन बंद कर देना पड़ा. डीएम डॉ त्यागराजन एसएम के निर्देश पर जांच सेंटरों की संख्या बढ़ायी गयी. शहर क्षेत्र में सदर, चुनाभट्ठी, खाजासराय, उर्दू बाजार एवं राज कैंपस स्थित एमसीएच में रैपिड एंटिजन से जांच कार्य शुरु की गयी. सभी पीएचसी में भी रैपिड एंटिजन से जांच प्रारंभ हुई. धीरे-धीरे डीएमसीएच में जांच कराने वाले लोगों की संख्या घटने लगी. जांच केंद्रों की संख्या बढ़ने से लोगों को सहुलियत मिलने लगी.
प्रारंभ के दिनों में मरीजों का दबाव बढ़ने पर डीएमसीएच का 100 बेड का आइसोलेशन वार्ड भर गया. इसको देखते हुये सामने के जीएनएम नर्सिंग कॉलेज को कोरोना वार्ड में तब्दील कर दिया गया. जिला स्कूल में कोरोना वार्ड बनाया गया. संक्रमितों की संख्या बढ़ने पर कुछ निजी होटलों को भी कोरोना वार्ड के लिये चिन्हित किया गया. बाद में संक्रमितों को होम आइसोलेशन की सुविधा मिल जाने से धीरे- धीरे डीएमसीएच में मरीजों का बोझ कम हो गया. जिला स्कूल स्थित कोरोना वार्ड को मरीजों के अभाव में शुरु नहीं किया जा सका. वर्तमान में डीएमसीएच के आइसोलेशन वार्ड में 24 मरीज भर्ती हैं.
जिला में अब तक 29 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की मौत हो चुकी है. जबकि स्वास्थ्य विभाग के अनुसार अब तक 19 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हुई है.
posted by ashish jha