दरभंगा. दरभंगा-सकरी व दरभंगा-सीतामढ़ी रेल खंड को जोड़ रही 7.64 किमी लंबी नवनिर्मित रेल लाइन का शनिवार को सीआरएस ने निरीक्षण किया. इस दौरान एक तरफ जहां मोटर ट्रॉली से प्रत्येक प्वाइंट की बारीक पड़ताल की, वहीं सिग्नल, रेल फाटक, इलेक्ट्रिफिकेशन आदि का गहन पड़ताल किया. बताया जाता है कि इस क्रम में सीआरएस शुभमोये मित्रा ने कुछ सुधार को लेकर जरूरी निर्देश भी दिया. अब सीआरएस के स्तर से हरी झंडी मिलते ही इस खंड पर सवारी ट्रेनों का परिचालन बहाल हो जायेगा. इसके साथ ही पूर्वोत्तर के राज्यों से सीधा ट्रेन संपर्क न केवल इस इलाके का हो जायेगा, बल्कि चिकेन नेक कहे जाने उस क्षेत्र का यह मेन लाइन भी बन जायेगा. हालांकि बजट में स्वीकृति के वक्त इसके डबल लाइन बनाये जाने की घोषणा के बावजूद एक ही लाइन फिलहाल बिछायी गयी है. उल्लेखनीय है कि शनिवार की सुबह भाया समस्तीपुर करीब 7.30 बजे सीआरएस मित्रा अपनी स्पेशल ट्रेन से काकरघाटी स्टेशन पहुंचे. अधिकारियों के साथ विभिन्न बिंदुओं पर समीक्षा की. डीआरएम विनय श्रीवास्तव भी इस दौरान मौजूद थे. सुबह 10 बजे निरीक्षण आरंभ हुआ. पहले मोटर ट्रॉली से सीआरएस ने निरीक्षण किया. दोपहर लगभग दो बजे शीशो स्टेशन पहुंचे. इसके बाद काकरघाटी से सीआरएस शीशो के लिए स्पेशल ट्रेन से रवाना हुए. स्पीड ट्रायल लिया. बताया जाता है कि काकरघाटी से शीशो जाने के क्रम में अधिकतम स्पीड 97 किलोमीटर प्रति घंटा रखा गया था, जबकि शीशो से काकरघाटी लौटने के समय अधिकतम स्पीड 101 किलोमीटर प्रति घंटा रखा गया था. ट्रायल के सफल रहने की बात विभागीय सूत्रों की ओर से कही जा रही है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है