सदर. दिल्ली मोड़ बस स्टैंड पर अवैध वसूली को लेकर शनिवार की सुबह पुराने व नये लाइसेंसधारी गुटों के बीच जमकर विवाद हो गया. बात इतनी बढ़ गयी कि पुलिस-प्रशासन को बीच-बचाव के लिए पहुंचना पड़ा. पुलिस की तत्परता से बड़ा विवाद टल गया. दोनों गुट अपनी-अपनी बातों पर अड़े रहे और एक-दूसरे पर अवैध वसूली का आरोप लगाते रहे. पुलिस ने किसी तरह मामले को शांत कराया, लेकिन यह घटना बस स्टैंड की सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान लगा गया. बताया जाता है कि शनिवार सुबह करीब 10 बजे पुराने लाइसेंसधारी गुट ने दिल्ली मोड़ बस स्टैंड परिसर में अवैध वसूली के लिए अपने लोगों को तैनात कर दिया. वे लोग बस कर्मचारियों से मनमाना रकम वसूलने लगे. इस बात की जानकारी नए लाइसेंसधारी गुट को मिली. इसका विरोध किया. देखते ही देखते दोनों गुटों में कहा-सुनी शुरू हो गयी, जो बढ़ते हुए हाथापाई तक पहुंच गयी. घटना की सूचना मिलते ही सदर थानाध्यक्ष अमृत कुमार साह सदल-बल मौके पर पहुंचे. वहीं मब्बी, भालपट्टी सहित अन्य थानाें की भी पुलिस को बुला लिया गया. ट्राफिक एसडीपीओ को भी पहुंचना पड़ा. प्रशासन ने दोनों गुटों को समझाते हुए मामला शांत कराया. पुलिस के मुताबिक पुराने लाइसेंसधारी गुट का कहना था कि उन्हें हमसफर बस कंपनी की देखभाल के लिए लाइसेंस मिला है और वे परिवहन प्राधिकार द्वारा मिले दस्तावेज भी प्रस्तुत कर रहे थे. हालांकि इन दस्तावेजों में कहीं भी बस स्टैंड परिसर में विशेष स्थान चिन्हित नहीं था. इसी बिंदु पर पुलिस ने समझाया कि यदि दस्तावेज में स्थान चिन्हित नहीं है तो अवैध वसूली नहीं की जा सकती. इस घटना से यात्रियों व स्थानीय दुकानदारों में भी आक्रोश दिखा.
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