Darbhanga News: दरभंगा. त्रिदिवसीय मिथिला विभूति पर्व की तैयारी अंतिम चरण में है. आगामी 13 नवंबर से इसकी शुरूआत हो रही है. इस बाबत विद्यापति सेवा संस्थान के महासचिव डॉ बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने रविवार को कहा कि इस आयोजन के जरिए मिथिला-मैथिली के विकास के लिए सभी को दल, जाति, वर्ग और समुदाय को एक मंच पर लाकर मिथिला मैथिली के सर्वांगीण विकास का ब्लू-प्रिंट तैयार करने का प्रयास किया जाता रहा है. इस वर्ष भी मिथिला पेंटिंग व व्यंजन प्रदर्शनी के साथ पुस्तक मेला का आयोजन किया जायेगा. इसकी शुरुआत 13 नवंबर को विद्यापति चौक स्थित महाकवि की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ होगा. इसके उपरांत शोभायात्रा निकाली जायेगी. विद्यापति के निर्वाण दिवस पर दरभंगा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा एम्स की आधारशिला रखे जाने का स्वागत करते हुए उन्होंने मिथिला में पर्यटन के विकास सहित मैथिली को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिए जाने में राज्य सभा सांसद संजय झा के प्रयासों की सराहना की. मैथिली अकादमी के पूर्व अध्यक्ष सह आयोजन की सांस्कृतिक एवं सलाहकार समिति के अध्यक्ष कमलाकांत झा ने कहा कि पूर्व की भांति एमएलएसएम काॅलेज परिसर में आयोजन किया जायेगा. इसमें नयी पीढ़ी के कलाकारों एवं कवियों को अधिक अवसर प्रदान किए जाने पर विशेष जोर है. संगोष्ठी के प्रभारी मणिकांत झा ने बताया कि दूसरे दिन ””मिथिलाक गाम”” विषय पर प्रतिभागी चर्चा करेंगे. संस्थान की मुख्य पत्रिका ””अर्पण”” के साथ महासचिव डॉ बैजू के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर केंद्रित डाॅ महेंद्र नारायण राम एवं प्रवीण कुमार झा की पुस्तक के अलावा अन्य का लोकार्पण किया जाएगा. मैथिली ठाकुर व शंभु शिखर सहित दो दर्जन से अधिक लोगों को मिथिला विभूति सम्मान दिया जायेगा. वहीं मैथिली में शपथ लेने वाले बिहार सरकार के मंत्री हरि सहनी एवं नीतीश मिश्र, राज्यसभा सांसद संजय झा, धर्मशीला गुप्ता, मनोज झा, सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव, लवली आनंद आदि को भी यह सम्मान प्रदान किया जाएगा.
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