दरभंगा. भवन निर्माण विभाग द्वारा टेंडर में गड़बड़ी की जांच करने निगरानी विभाग की टीम मंगलवार को यहां पहुंची. केवटी के विधायक मुरारी मोहन झा ने जनवरी माह में भवन निर्माण विभाग के कार्यों में घोटाले की शिकायत की थी. विधायक ने भवन निर्माण विभाग के सचिव को पत्र लिखकर जांच कराने का अनुरोध किया था. इस आलोक में निगरानी विभाग की एक सदस्यीय टीम यहां पहुंची तथा सर्किट हाउस, अधीक्षण अभियंता के आवासीय परिसर, ऑफिसर्स कॉलोनी सहित अन्य सरकारी भवनों की जांच की. हालांकि निगरानी विभाग के अधिकारी कुछ भी बताने से परहेज करते रहे. पूछे गए सवालों का उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया. विधायक के अनुसार वर्ष 2022-23 में पांच करोड रुपए की निविदा निकाली गयी थी. निविदा को रद्द कर लगभग तीन करोड़ रुपये से विभागीय कार्य कराया गया. पुनः वित्तीय 2023-24 में आवासों के रखरखाव के लिए आठ ग्रूप में 20 लाख रुपए की निविदा निकली गयी. कार्यपालक अभियंता की अनुशंसा पर अधीक्षण अभियंता ने इस निविदा को रद्द कर दिया. दोनों वर्ष की निविदा को रद्द कर विभागीय कार्य ठेकेदार से करायी गयी. सरकारी नियमानुसार पांच लाख से अधिक के कामों को विभागीय स्तर से नहीं कराया जा सकता है. किन परिस्थिति में विभागीय स्तर से कार्य कराया गया, इसी की जांच चल रही है. वित्तीय वर्ष 2022-23 में कार्यपालक अभियंता के पद पर उपेंद्र कुमार पदस्थापित थे. उनके स्थानांतरण के बाद समस्तीपुर के कार्यपालक अभियंता राजीव कुमार दो-तीन महीने तक चार्ज में रहे थे. वर्ष 2023 के जून महीने में कार्यपालक अभियंता के पद पर ब्रजेश कुमार ने योगदान दिया.
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