Darbhanga News: दरभंगा. सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में संचालित दो विभागों में पीजी कोर्स की पढ़ाई शुरू करने को लेकर दरभंगा मेडिकल कॉलेज प्रशासन की ओर से कवायद शुरू कर दी गयी है. इसके लिए कॉलेज प्रशासन ने आवेदन कर दिया है. डीएमसी के द्वारा डिप्लोमेट ऑफ नेशनल बोर्ड (डीएनबी) को शुल्क सहित जरूरी कागजात भेजकर विभागीय प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है. दो विभागों में कार्डियोलॉजी में व न्यूरोलॉजी शामिल हैं. प्रत्येक विभाग के लिए करीब 2.70 लाख शुल्क पेमेंट किया गया है. इस लिहाज से दो डिपार्टमेंट के लिए डीएनबी को करीब 5.40 लाख रुपये फी का भुगताना किया गया है. बताया जा रहा है कि विभागीय प्रक्रिया पूरी होने के बाद इस साल के अंत तक डीएनबी के अधिकारी सुपरस्पेशलिटी विभाग का निरीक्षण करेंगे. बोर्ड के मानक के अनुरूप चिकित्सा, पठन- पाठन, आधारभूत संरचना आदि रहने पर अगले साल से पढ़ाई शुरू हो सकती है. इसे लेकर दरभंगा मेडिकल कॉलेज की ओर से विभागीय प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है. इसके तहत कार्डियोलॉजी में चार व न्यूरोलॉजी में चार सीटों के लिए अप्लाई किया गया है.
इंडोर व्यवस्था नहीं होने से हो सकती मुश्किल
जानकारी के अनुसार सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में इंडोर की व्यवस्था नहीं होने पर मुश्किल हो सकती है. इसे लेकर डीएनबी की ओर से आपत्ति दर्ज की जा सकती है. इधर डीएनबी के निरीक्षण से पहले मरीजों के लंबे उपचार के मद्देनजर वार्ड को लेकर अस्पताल प्रशासन की ओर से कोशिश की जा रही है. इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग को दो बार लेटर भेजा जा चुका है, जिसमें मैन पावर की नियुक्ति की बात कही गयी है, लेकिन मामले को लेकर मुख्यालय से अब तक कोई जवाब नहीं प्राप्त हुआ है.
विशेषज्ञ चिकित्सकों की संख्या बढ़ाना मकसद
विदित हो कि सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में चिकित्सा कार्य को लेकर विशेषज्ञ चिकित्सकों की संख्या बढ़ाने को लेकर विभाग की ओर से पहल की गयी है. बताया गया कि पीजी कोर्स शुरू होने से डॉक्टरों की संख्या में इजाफा होगा, इसका लाभ मरीज व परिजनों को मिलेगा.
छह विभागों का ओपीडी हो रहा संचालित
सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में बीते 27 जून से कुल छह विभागों का ओपीडी संचालित किया जा रहा है. इसमें न्यूरोलॉजी, न्यूरो सर्जरी, कार्डियोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, गेस्ट्रोएन्ट्रोलॉजी व प्लास्टिक सर्जरी विभाग शामिल हैं. वर्तमान में मरीजों के लिये केवल चिकित्सकीय परामर्श की सुविधा है. इनडोर सेवा के लिये मरीजों को इंतजार करना पड़ेगा.
क्या होता है डीएनबी
डिप्लोमेट ऑफ नेशनल बोर्ड (डीएनबी) एक चिकित्सा में स्नातकोत्तर डिग्री है. यह उपाधि, भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत आने वाले राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड (एनबीइ) द्वारा दी जाती है. डीएनबी पाठ्यक्रम को भारत सरकार से मान्यता हासिल है. यह देश में मेडिकल कॉलेजों द्वारा पेश किए जाने वाले स्नातकोत्तर और पोस्ट-डॉक्टरल कार्यक्रमों के बराबर माना जाता है. डीएनबी पाठ्यक्रम में 30 व्यापक विशेषज्ञता में तीन साल का प्रशिक्षण पूरा करना होता है. डीएनबी पाठ्यक्रम में महत्वपूर्ण सोच, नैदानिक विशेषज्ञता और शोध कौशल को बढ़ावा दिया जाता है. इसके तहत छात्रों को व्यावहारिक प्रशिक्षण, अत्याधुनिक चिकित्सा तकनीकों तक पहुंच एवं शोध परियोजनाओं में शामिल होने का मौका मिलता है.
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