Darbhanga News: अजय कुमार मिश्रा, दरभंगा. आज के तकनीकी युग में अब दरभंगा किसी से अब पीछे नहीं रहेगा. खासकर सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग के क्षेत्र में देश के किसी भी क्षेत्र से आगे रहेगा. इसे लेकर भारत सरकार के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय की ओर से ऐतिहासिक कदम उठाया गया है. इसके तहत यहां टेक्नोलॉजी एक्सेंटेशन सेंटर खोला जायेगा. इससे क्षेत्र के औद्योगिक विकास को नये पंख लगेंगे. साथ ही नौकरी व व्यवसाय को लेकर यह पलायन पर भी काफी हद तक ब्रेक लगा सकता है. मंत्रालय के द्वारा बिहार के पांच जिलों का चयन किया गया है. इसमें दरभंगा के अलावा राजगीर, रोहतास, पूर्णिया और सारण जिला को शामिल किया गया है. इस संबंध में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री जीतन राम मांझी ने सोशल मीडिया एक्स पर यह जानकारी दी. कहा है कि बिहार के राजगीर, रोहतास, पूर्णिया, दरभंगा और सारण जिलों में नए टेक्नोलॉजी एक्सटेंशन सेंटर खोले जाएंगे. जमशेदपुर के आइडीटीआर के माध्यम से इन सभी सेंटरों को संचालित किया जायेगा. सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्रालय (एमएसएमइ) ने इसकी मंजूरी दे दी है. इस संबंध में आधिकारिक पत्र भी जारी कर दिया गया है.
उद्यमियों को विकास में मिलेगी मदद
विभागीय जानकारी के अनुसार इन केंद्रों का उद्देश्य सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्योग इकाइयों, छात्रों एवं उद्यमियों को तकनीकी सहायता व कौशल विकास प्रदान करेगा. इसके अलावा, उत्पाद और प्रक्रिया डिजाइन पर सलाहकार सेवा भी उपलब्ध होगी, जिससे नवीनतम प्रौद्योगिकी और प्रोसेस सुधार की मदद से उद्यमियों के विकास में सहयोग मिलेगा. साथ ही विस्तार केंद्र के लाभार्थी प्रौद्योगिकी केंद्रों से मार्गदर्शन प्राप्त करेंगे. यह कदम औद्योगिक विकास को नई गति देगा. इसे लेकर एमएसएमइ मंत्रालय के टीसीइसी प्रभाग नई दिल्ली के डिप्टी डायरेक्टर कुलदीप सिंह की ओर से पत्र जारी किया गया है.उद्योग क्षेत्र के विकास को महत्वपूर्ण कदम
विभाग की ओर से उठाए गये कदम की चहुंओर प्रशंसा हो रही है. जानकार का कहना है कि इन केंद्रों की ओर से स्व-स्थायी सेवाएं प्रदान की जाएगी. इससे जुड़कर लाभार्थी प्रौद्योगिकी तक अपनी पहुंच बढ़ा सकेंगे. साथ ही विभागीय पहल से क्षेत्र के उद्योग क्षेत्र के लिए विकास के नए अवसर खोलने के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा कदम है.आर्थिक विकास और न्यायसंगत विकास का इंजन
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय भारत सरकार का एक मंत्रालय है. यह मंत्रालय, सूक्ष्म, लघु, और मध्यम उद्यमों से जुड़े नियमों, विनियमों, कानून व उनके प्रशासन करने के लिए जिम्मेदार है. एमएसएमइ को आर्थिक विकास और न्यायसंगत विकास का इंजन माना जाता है. साथ ही इस विभाग के द्वारा एमएसएमइ क्षेत्र में कई योजनाएं लागू की जाती हैं. इसके तहत संबंधित क्षेत्र में तकनीकी-आर्थिक और प्रबंधकीय सलाह, प्रशिक्षण और कौशल उन्नयन के जरिए मानव संसाधन का विकास किया जाता है. वहीं उद्योग क्षेत्र के विकास के लिए नीति निर्माण में सरकार को सलाह दी जाती है. ऐसे में जिला के स्थानीय उत्पादों के साथ ही छोटे उद्योगों को आनेवाले समय में मजबूती मिलने की उम्मीद बढ़ गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है