बिहार के दरभंगा में निगरानी विभाग (Vigilance Department) की टीम ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए बिजली विभाग के दो अधिकारियों को 40 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार अधिकारियों में नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के विद्युत आपूर्ति प्रमंडल, दरभंगा ग्रामीण के विद्युत कार्यपालक अभियंता अजीत कुमार और टेक्नीशियन एसिस्टेंट रिंकू कुमारी शामिल हैं. इस गिरफ्तारी के बाद बिजली विभाग में हड़कंप मचा हुआ है.
निगरानी ने रंगे हाथों किया गिरफ्तार
जानकारी के मुताबिक, निगरानी विभाग को शिकायत मिली थी कि कार्यपालक अभियंता अजीत कुमार आटा चक्की में बिजली कनेक्शन देने के लिए रिश्वत की मांग कर रहे हैं. शिकायत के बाद निगरानी की टीम ने जाल बिछाया और बुधवार को मौके पर पहुंची और दोनों को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया.
Vigilance Department के डीएसपी ने दी जानकारी
इस बात की जानकारी देते हुए निगरानी विभाग के डीएसपी पवन कुमार ने कहा कि नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के दरभंगा ग्रामीण के विद्युत कार्यपालक अभियंता अजीत कुमार और उनके साथ लाइनमैन के रूप में कार्यरत रिंकू कुमारी को 40 हजार रुपए की घूस लेते गिरफ्तार किया गया है. डीएसपी ने बताया कि अजित कुमार रिश्वत की राशि अपने सहयोगी रिंकू कुमारी के माध्यम से ली थी.
डीएसपी पवन कुमार ने बताया कि इसकी शिकायत एक मार्च को समस्तीपुर जिले के खानपुर निवासी अनिल कुमार ने निगरानी विभाग, पटना से की थी. शिकायतकर्ता ने अपने आवेदन में कहा था कि डिलाही में आटा चक्की के लिए लाइन की जरूरत है. इसके लिए बिजली विभाग ने कनेक्शन के एवज में 40 हजार रुपये की रिश्वत मांग की है.
अनिल कुमार के आवेदन के आधार और अधिकारियों के निर्देश पर एक टीम का गठन किया गया और निगरानी विभाग की टीम ने विद्युत आपूर्ति प्रमंडल, दरभंगा ग्रामीण के विद्युत कार्यपालक अभियंता अजीत कुमार को उनके कार्यालय से रिश्वत के 40 हजार रुपये के साथ गिरफ्तार कर लिया. उन्होंने बताया कि इस सफल ऑपरेशन में निगरानी विभाग के 13 कर्मी शामिल थे.
निगरानी ने बैंक कर्मी को भी किया गिरफ्तार
वहीं इससे पहले निगरानी की टीम ने दरभंगा में बुधवार की सुबह एक और कार्रवाई करते हुए सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया धर्मपुर के शाखा प्रबंधक गुड्डू रजक को 30,000 रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया. गुड्डू रजक पर नाबार्ड प्रायोजित योजना में लोन देने के लिए रिश्वत लेने का आरोप है. निगरानी विभाग की टीम दोनों ही मामलों में आरोप से पूछताछ कर आगे की जांच कर रही है.
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