Darbhanga News: दरभंगा. ठेकेदार की मनमानी तथा स्थानीय स्तर पर रेल अधिकारियों के लापरवाही के खिलाफ दरभंगा जंक्शन के सफाईकर्मी बुधवार को हड़ताल पर चले गये. कामकाज ठप कर दिया. अपनी मांगों के समर्थन में जंक्शन पर धरना पर बैठक गये. नारेबाजी की. इस वजह से एक दिन में ही पूरा जंक्शन कचरों से पट गया. जगह-जगह गंदगी का अंबार लग गया है. स्वभाविक रूप से इसका खामियाजा आम यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है. उल्लेखनीय है कि रेलवे ने दरभंगा जंक्शन के अलावा रेलवे कॉलाेनी एवं वाशिंग पिट पर साफ-सफाई के लिए काम निजी एजेंसियों को सौंप रखा है. जंक्शन पर कार्यरत कर्मी के जिम्मे जंक्शन के सभी प्लेटफॉर्म, रेलवे ट्रैक, बाहरी परिसर के अलावा यात्री प्रतीक्षालय, विभिन्न कार्यालय आदि काम हैं. पिछले साल हुए टेंडर में नये पेटी कांट्रैक्टर यह कामकाज देख रहे हैं. हड़ताली कर्मियों का कहना है कि ठेकेदार कम राशि में टेंडर लेने की बात कह कर्मियों की छंटनी करने की साजिश रच रहे हैं, जिसके खिलाफ हड़ताल पर चले गये हैं. बताया जाता है कि स्थानीय एक रेल अधिकारी से मिलीभगत कर ठेकेदार के प्रतिनिधि ने नगर निगम के कुछ सफाईकर्मियों को आज बुला लिया था, हालांकि पहले से काम कर रहे कर्मियों ने उन लोगों को काम नहीं करने दिया.
चार दर्जन कर्मी करते काम
जंक्शन पर सफाई के काम में करीब चार दर्जन कर्मी लगे हैं. इन लोगों का कहना है कि हमलोगों ने सालों रेलवे को दे दिया. अब उम्र के इस पड़ाव में छंटनी करने की साजिश रची जा रही है. आरोप लगाते हुए कहा कि सीएचआइ से जब शिकायत करते हैं, तो वे उन लोगों की कुछ सुनते ही नहीं, उल्टे ठेकेदार के पक्ष में खड़े हो जाते हैं.न तो समय पर होता भुगतान, न मिलती वर्दी
सफाईकर्मियों का कहना है कि उन लोगों के भुगतान की तिथि महीने की 10 तारीख तय है, लेकिन शायद ही कभी समय पर भुगतान मिल पाया हो. कई बार तो महीनों गुजर जाने के बाद पेमेंट किया जाता है. पीएफ खाते में राशि नहीं भेजी जाती. वर्दी नहीं दिया जाता. दोनार रेल फाटक से रेलवे ट्रैक की सफाई का जिम्मा भी उन लोगों के ही पास है. बिना जूता व ग्लब्स के कचरा चुनते हैं, जिससे कई बार जख्मी भी हो जाते हैं.जगह-जगह लगा कचरे का ढेर
जंक्शन पर औसतन नित्य 35 हजार यात्री आवागमन करते हैं. इन दिनों महाकुंभ को लेकर यह संख्या और बढ़ गयी है. ऐसे में साफ-सफाई का काम नहीं होने से पूरा स्टेशन परिसर एक दिन में ही कचरे से पट गया है. डस्टबिन के बाहर कचरा बिखड़ गया है. उस पर मक्खियां भिनभिना रही हैं. कई खाद्य पदार्थ के रैपर, पानी के खाली बोतल हवा में इधर से उधर उड़ रहे हैं. रेलवे ट्रैक का भी बुरा हाल हो गया है. यात्री प्रतीक्षालय समेत कार्यालयों की भी स्थिति बदतर हो गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है