पटना. प्रदेश की नीतीश सरकार बिहार के विकास को लेकर प्रयासरत है. इसी कड़ी में राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से खाड़ी देशों के अलावा धर्म नगरी गया से दक्षिण-पूर्व एशियाई देश,जैसे बैंकॉक, थाईलैंड, वियतनाम और सिंगापुर के लिए कम लागत वाली अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू करने के विकल्प तलाशने का सुझाव दिया है. राज्य सरकार ने केंद्र को इसके अलावा भागलपुर, सहरसा, बीरपुर (सुपौल जिला), किशनगंज और वाल्मीकिनगर (पश्चिम चंपारण जिला) में छोटे हवाई अड्डों को सक्रिय करने का भी प्रस्ताव दिया है.
बीते दिन बिहार सरकार-नागरिक उड्डयन मंत्रालय (MoCA) और फिक्की के द्वारा दिल्ली में एक सम्मेलन का आयोजन किया था. सम्मेलन में क्षेत्रीय संपर्क बढ़ाने, निवेश आकर्षित करने और नए व्यवसाय की पहचान करने के अलावा हवाई अड्डों के बुनियादी ढांचे को विकसित करने पर जोर दिया गया था. बिहार सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान, फिक्स्ड विंग एयरक्राफ्ट और हेलीकॉप्टर सेवा के माध्यम से अंतर-जिला हवाई संपर्क को मजबूत करने के लिए विभिन्न जिलों में हेलीपोर्ट विकसित करने का आश्वासन दिया गया. इसके अलावा राज्य के पूर्णिया और बिहटा (पटना में) एयरोड्रोम विकसित करने का भी प्रस्ताव राज्य सरकार की ओर से इस बैठक में दिया गया था. जो वर्तमान में वायुसेना के एयरबेस के रुप में प्रयोग में लया जा रहा है.
राज्य के नागरिक उड्डयन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि केंद्र को भेजा गया प्रस्ताव , उडे देश का आम नागरिक-क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजना (उड़ान-आरसीएस) की तर्ज पर विकसित किया जा सकता है. जो एक क्षेत्रीय हवाई अड्डा विकास कार्यक्रम है. इस स्कीम के तहत केंद्र सरकार व्यवहार्यता अंतर निधि के रूप में क्षतिपूर्ति करती है. उन्होंने बताया कि हमने पिछले महीने दिल्ली में छोटे विमान और हेलीकॉप्टर ऑपरेटरों के साथ एक बैठक की थी. उन्होंने कहा विभिन्न एयर ऑपरेटरों जैसे इंडिगो और स्पाइसजेट के साथ-साथ पवन हंस और कई अन्य निजी कंपनियों जैसे हेलीकॉप्टर ऑपरेटरों, जो चुनाव के दौरान अपने हेलिकॉप्टरों को पट्टे पर देते हैं ने हमारे प्रस्ताव में रुचि दिखाई है.
उन्होंने कहा कि राज्य में पर्यटन क्षमता का प्रदर्शन करने और पर्यटन को बढ़ावा देने पर उनके विचार लेने के लिए ईजी माई ट्रिप इत्यादि जैसे टूर इंटीग्रेटर्स को भी आमंत्रित किया था. राज्य अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए बौद्ध सर्किट, विशेष रूप से गया-राजगीर-वैशाली-पटना मार्ग पर हवाई संपर्क विकसित करने को इच्छुक है. 2020 से दरभंगा हवाई अड्डे से हवाई सेवाओं के नियमित वाणिज्यिक संचालन के माध्यम से राज्य को अत्यधिक लाभ हुआ है. दरभंगा हवाई अड्डे की दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद और बैंगलोर के साथ सीधी उड़ान कनेक्टिविटी है, जबकि पटना अब UDAN-2.0 योजना के तहत अमृतसर, वाराणसी और प्रयागराज से जुड़ा है .
उल्लेखनीय है कि बिहार में विदेशी पर्यटकों की संख्या 2016 में 1.01 मिलियन से बढ़कर 2019 में 1.09 मिलियन हो गई थी. भारत में विदेशी पर्यटकों के आगमन में राज्य का योगदान 3.77 प्रतिशत है। 2019 में इसके घरेलू पर्यटकों का आंकड़े 5.63 मिलियन था. राज्य इस साल के अंत तक सालाना 10 मिलियन पर्यटकों को लक्षित कर योजना बना रही है. राज्य में करीब 26 हवाई पट्टियां है, जिनमें से पांच – पटना, गया, बिहटा, पूर्णिया और दरभंगा – परिचालन में हैं. वाणिज्यिक उड़ानें पटना, गया और दरभंगा हवाई अड्डों से संचालित होती हैं, जबकि बिहटा और पूर्णिया रक्षा हवाई अड्डे के रुप में कार्यरत हैं.