बिहार में बाजारों में रंग- बिरंगी लरियों की बिक्री हो रही है. बाजार लाइट से सज चुका है. बल्बों का बाजार जहानाबाद से लेकर हाजीपुर तक सज चुका है.
जहानाबाद के बाजारों में दीया बेचा भी जा रहा है. दीपावली को लेकर शहर की दुकानों में रंग-बिरंगी सजावटी बल्बों का बाजार सज गया है.
एलईडी बल्ब से लेकर विभिन्न प्रकार की रंग-बिरंगी लरियों की बिक्री जोर पकड़ रही है. महिलाएं बाजारों में खरीददारी करती नजर आ रही हैं.
बाजार में एक तरफ जहां खरीददारी की जा रही है. वहीं, दूसरी ओर कुम्हार दीया बनाने में जुटे है.
हाजीपुर में कुम्हार उम्मीद के साथ दीया बना रहे हैं. हर साल यह दिवाली के मौके पर दीया बनाते है और बाजारों में बेचते है.
बाजारों में पटाखा भी बेचा जा रहा है. बाजार में लोकल सजावटी बल्ब की लारियों के साथ- साथ महंगी और लंबी- लंबी लरियों की भी बिक्री हो रही है. रंग- बिरंगी बल्बों की यह लरिया बाजार में हर कीमत और हर लंबाई में मिल रही है.
दुकानदार बताते है कि छोटे बल्ब की लोकल लरी बाजार में 30 रूपये मूल्य से शुरू हो जाती है, जबकि 60 मीटर की लंबी लरियों 500 रूपये में आती है. इसके अलावा बाजार में 10 मीटर, 20 मीटर, 30 मीटर, 40 मीटर और 50 मीटर की सजावटी लाइटों की लरियां भी उपलब्ध है. ग्राहक अपनी जरूरत और क्षमता के अनुसार अलग-अलग प्रकार और लंबाई की सजावटी बल्बों की लरियां खरीद रहे हैं.
सजावटी लरियों में रंग बिरंगी छोटी- छोटी एलईडी बल्ब लगी रहती है. अलग- अलग रंग की इन बल्बों से निकलने वाली अलग- अलग प्रकार की रोशनी एक विशेष प्रकार की छटा बिखेरती है, जिससे पूरा वातावरण जगमग करने लगता है. दुकानों पर लगी इन विशेष बल्बों की रंग- बिरंगी रोशनी ग्राहकों को स्वतः अपनी ओर खींचने लगती हैं.