बब्लू कुमार, नवादा. 124 किमी लंबे रेलखंड किऊल-गया का दोहरीकरण कार्य पांच भागों में बांट कर तेजी से पूरा किया जा रहा है. नवादा शहरी क्षेत्र में रेलवे स्टेशन को चकाचक बनाने के साथ ही स्थानीय स्तर पर अनेकों सुविधाएं बहाल की जायेंगी. लगभग 18 किमी लंबे मानपुर से वजीरगंज तक रेलखंड दोहरीकरण का काम दिसंबर 2019 में पूरा कर लिया गया है. वजीरगंज से तिलैया 18 किमी का काम भी पूरा हो गया है. लखीसराय से काशीचक 41 किमी तक कार्य इसी वर्ष अक्तूबर में पूरा कर लिया गया है.
रेलवे दोहरीकरण का काम दिसंबर में पूरा होने की संभावना
शेखपुरा से वारसलीगंज 25 किमी व वारसलीगंज से तिलैया 36 किमी का काम वर्ष 2023 में पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, पर नदी में ब्रिज को लेकर काम की गति में कमी आयी है. वारिसलीगंज से काशीचक के बीच तेज गति से चल रहे रेलवे दोहरीकरण का काम दिसंबर में पूरा होने की संभावना है. इसके बाद वारिसलीगंज से नवादा 19 किलोमीटर का काम युद्धस्तर पर किया जायेगा. इसे पूरा कर लेने के बाद अंतिम चरण में नवादा से तिलैया 17 किलोमीटर का काम किया जायेगा. मतलब कि 2024 में रेलवे का कायाकल्प बदल जायेगा. संभव है कि ट्रेनें अगले साल से इस रेलखंड पर सरपट दौड़ सकेंगी.
नवादा रेलवे स्टेशन पर क्या-क्या बनना है
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-प्लेटफॉर्म छह सौ मीटर गुणे 11 मीटर लंबा और चौड़ा होगा.
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-द्वितीय श्रेणी प्रतीक्षालय 15 मीटर गुणे सात मीटर को बनेगा.
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-चार बुकिंग काउंटर बनेंगे
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-12 मीटर चौड़ा फुटब्रिज एक नंबर प्लेटफॉर्म से दूसरे प्लेटफॉर्म पर जाने के लिये बनेगा.
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-आरपीएफ जवानों के लिए एक भवन.
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-जीआरपी जवानों के लिए एक भवन.
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-रेलवे स्टेशन पर दो ही प्लेटफॉर्म बनेंगे.
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– रेलवे पटरी चार बनेंगे, जिसमें लूप लाइन के माध्यम से गाड़ियों का ठहराव होगा.
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– वीआइपी कॉलोनी से भी रेलवे स्टेशन में प्रवेश का मुख्य रास्ता बनेगा.
कौन कंपनी कर रही क्या काम
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-मेडकॉन कंपनी रेलवे पटरी निर्माण का काम कर रही है.
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– धनंजय कंस्ट्रक्शन कंपनी स्टेशन भवन और प्लेटफॉर्म निर्माण का काम कर रही है.
कहां कितना हुआ काम
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-लखीसराय से काशीचक और मानपुर से तिलैया तक रेलवे दोहरीकरण काम पूरा हो चुका है.
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– काशीचक से वारिसलीगंज तक रेलखंड में काम चालू है, जो दिसंबर तक पूरा हो जाने की संभावना है.
कहां-कहां अभी बाकी है काम
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-वारिसलीगंज से नवादा और नवादा से तिलैया रेलखंड में काम चालू है.
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-सकरी नदी में बन रहे पुल का काम 80 प्रतिशत पूरा हो चुका है़
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-खुरी नदी में 75 प्रतिशत अभी काम बाकी है.
क्या कहते है अधिकारी
निर्माण का काम बहुत तेजी से चल रहा है. दिसंबर माह तक वारिसलीगंज से काशीचक तक का काम खत्म हो जायेगा. इसके बाद वारसलीगंज से नवादा व तिलैया तक का काम तेजगति से चालू हो जायेगा. 2024 में यह काम पूरा कर लिया जायेगा. सकरी नदी में बन रहे पुल का काम करीब-करीब पूरा होने वाला है. खुरी नदी के पुल का पाया तैयार हो चुका है.
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तारकेश्वर चौधरी, सीनियर कार्यपालक अभियंता
बिहटा – औरंगाबाद रेल परियोजना संघर्ष समिति एक दिसंबर से करेगी चक्का जाम
इस बीच, बिहटा- औरंगाबाद रेल परियोजना केंद्र सरकार की उपेक्षा का राजनीतिक शिकार हो गयी है. इसके विराेध में बिहटा-औरंगाबाद रेल परियोजना संघर्ष समिति एक दिसंबर से चक्का जाम करेगी. इसकी जानकारी समिति के मुख्य संयोजक राजेंद्र यादव ने शुक्रवार को दी. उन्होंने बताया कि पटना, जहानाबाद, अरवल, काराकाट, औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्रों के बीच 115 किलोमीटर की दूरी को कम करने के उद्देश्य से तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद ने 16 अक्तूबर, 2007 में पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र के पालीगंज में आधारशिला रखी थी. उन्होंने बताया कि 17 साल बाद भी रेल मंत्रालय की प्राथमिकता सूची में इसे शामिल नहीं किया गया. केंद्र द्वारा क्षेत्र के लगभग एक करोड़ लोगों का सपना अभी अधूरा है. इस मौके पर समिति के अजय कुमार, चंदन वर्मा आदि मौजूद थे.