बिहार के सहरसा से मुजफ्फरपुर होते हुए दिल्ली जाने वाली ट्रेन अचानक यूपी के बुढ़वल जंक्शन के पास बीच रास्ते में रुक गयी. जब यात्री ड्राइवर से ट्रेन चलाने के लिए कहा, तो ड्राइवर ने कहा कि अब मैं यह ट्रेन नहीं चलाऊंगा. आराम करने जा रहा हूं. यह सुन कर इंजन के पास खड़े यात्री सन्न रह गये. ट्रेन नंबर 04021 जो 27 नवंबर को सहरसा से चलकर मुजफ्फरपुर होते हुए नयी दिल्ली जा रही थी. ट्रेन अपने निर्धारित समय से 27 घंटे देर से चल रही थी. इस स्पेशल ट्रेन में मुजफ्फरपुर से भी बड़ी संख्या में यात्री दिल्ली के लिए रवाना हुए थे.
जानकारी के अनुसार, बीते बुधवार की देर शाम ट्रेन एक बज कर 15 मिनट पर बुढ़वल जंक्शन के पास रुकी. काफी देर तक जब ट्रेन नहीं खुली, तो यात्री ट्रेन से उतर कर इंजन के पास पहुंचे और ट्रेन चलाने के लिए हल्ला करने लगे. धीरे-धीरे चारों ओर से यात्रियों ने इंजन को घेर लिया. बाद में ट्रेन के चालक को गेट खोलना पड़ा. यात्रियों ने सवाल किया गया कि आखिर ट्रेन क्यों नहीं चल रही है. इस पर ट्रेन के चालक ने बताया कि फिलहाल वे इस ट्रेन को नहीं चला सकते हैं. ड्यूटी का टाइम पूरा हो चुका है और उन्हें आराम करना है. इस स्थिति में वे तत्काल ट्रेन चला कर कोई जोखिम नहीं उठा सकते हैं. इस दौरान यात्रियों और लोको पायलट के बीच काफी देर तक नोंक-झोक हुई.इस दौरान सभी कोच के यात्री ट्रेन से बाहर आ गये. इसके कारण लगभग 4.30 घंटे तक ट्रेन बुढ़वल स्टेशन पर खड़ी रही. इसके बाद ट्रेन को आगे रवाना किया गया.भ
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करीब 27 घंटे देर से चल रही स्पेशल ट्रेन में यात्रा कर रहे यात्रियों को जैसे ही पता चला कि अब ट्रेन आगे नहीं बढ़ेगी, तो उनकी मुश्किलें बढ़ गयीं. ट्रेन में यात्रा कर रहे मुजफ्फरपुर के यात्री राज कुमार ने पूरे घटनाक्रम का वीडियो एक्स सोशल मीडिया पर शेयर कर यात्रा कर रहे लोगों की परेशानी को रखा.
इधर, दो घंटे की ब्लॉकिंग में सहरसा-मानसी रेलखंड पर अप और डाउन में चलनेवाली एक दर्जन से अधिक ट्रेनें विभिन्न स्टेशनों पर फंस गयी. इसमें लंबी दूरी की ट्रेनों के अलावा लोकल पैसेंजर ट्रेन भी शामिल है. जो सहरसा-मानसी रेलखंड पर 3 से 4 घंटा विलंब से चली. ट्रेन विलंब होने का सिलसिला इस कदर जारी रहा कि दिन भर विभिन्न स्टेशनों पर यात्री परेशान रहे. स्कूल कॉलेज और नौकरी पेशे वाले दैनिक यात्री ट्रेन विलंब होने से टिकट वापस कर घर लौट गये. वहीं जब ब्लॉक समाप्त हुआ तो मानसी से सहरसा आने वाली गुरुवार दोपहर ट्रेनों की संख्या इतनी अधिक थी कि सहरसा जंक्शन पर प्लेटफॉर्म भी खाली नहीं था. इस वजह से भी ब्लॉक खुलने के बाद कोपरिया, सिमरी बख्तियारपुर और सोनबरसा कचहरी में ट्रेन खड़ी रही. शाम 4 बजे तक डाउन में ट्रेन आती रही.
सहरसा-मानसी रेलखंड के अंतर्गत सिमरी बख्तियारपुर और सोनबरसा कचहरी के बीच दो घंटे का ब्लॉक लिया गया था. गुरुवार सुबह 9:40 से दोपहर 11:40 तक ब्लॉक लिया गया था. यहां बता दें कि इस समय अप और डाउन में ट्रेनों का अत्यधिक दबाव रहता है.
ब्लॉक की वजह से सहरसा-मानसी रेलखंड पर ट्रेन जहां-तहां स्टेशनों पर फंस गयी. सहरसा से आनंद विहार जाने वाली पूजा स्पेशल और सहरसा से समस्तीपुर जाने वाली पैसेंजर ट्रेन सोनबरसा कचहरी स्टेशन पर रोक दी गयी. गरीब रथ एक्सप्रेस धमारा घाट में एक घंटा से अधिक देरी तक खड़ी रही. हाटे बाजार एक्सप्रेस कोपरिया स्टेशन पर खड़ी रही. जानकी एक्सप्रेस को बदला घाट स्टेशन पर ही रोक दिया गया था. वहीं समस्तीपुर-सहरसा चलने वाली दो पैसेंजर ट्रेन को खगड़िया से पहले ही रोक दी गयी थी.