ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने अवैध खनन से जुड़े मामले में देश के छह राज्यों के 17 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की. इसमें झारखंड में खनन सचिव पूजा सिंघल (IAS Pooja Singhal) समेत कई व्यवसायी और उनसे जुड़े लोगों के ठिकाने शामिल हैं. इसी क्रम में पूजा सिंघल के दूसरे पति अभिषेक झा के मुजफ्फरपुर के मिठनपुरा मोहल्ला समेत पैतृक घर समेत शहर में ही एक अन्य लोकेशन पर छापेमारी की गयी. दूसरा लोकेशन अभिषेक की बहन अमिता झा का घर है, जो पास में ही मौजूद है. इस दौरान ईडी की टीम ने अभिषेक के पिता कामेश्वर झा से कई घंटों तक पूछताछ की. उनके शानदार घर से लेकर उनके बेटे के निवेश से संबंधित तमाम बातों के बारे में जानकारी ली गयी. रांची में मौजूद पल्स हॉस्पिटल से जुड़े उनके बेटे और परिवार के अन्य सदस्यों के कनेक्शन के बारे में भी पूछताछ की गयी. कामेश्वर झा बिहार सरकार के रिटायर्ड पदाधिकारी हैं. मूल रूप से लोग मधुबनी जिले के रहने वाले हैं, लेकिन मुजफ्फरपुर में मकान बनाकर रह रहे हैं.
झारखंड की IAS पूजा सिंघल के CA के घर 25 करोड़ कैश मिले, गिनने के लिए मशीनें लाई गईं#JharkhandIASOfficerPoojaSinghal #EDRaidInIllegalMiningCase pic.twitter.com/huSuzHVI1T
— Rajesh Kumar Ojha (@RajeshK_Ojha) May 6, 2022
पूजा सिंघल पर मनरेगा में बड़े स्तर पर हेरफेर करने के अलावा झारखंड में खान का ठेका-पट्टा सत्तारूढ़ दल के कुछ बेहद करीबियों को तमाम नियमों की अनदेखी करके देने का आरोप है. अवैध खनन की इस काली कमाई का बड़ा निवेश रांची स्थित पल्स हॉस्पिटल में भी किया गया है. इस हॉस्पिटल के निदेशक मंडल में अभिषेक झा, अमिता झा, दिप्ती बनर्जी और पूजा सिंघल का भाई सिद्धार्थ सिंघल हैं. सिद्धार्थ के रांची में लालपुर के हरिओम टॉवर स्थित शानदार फ्लैट समेत अनेक ठिकानों पर छापेमारी की गयी. इनके रांची में ही सीए सुमन कुमार सिंह के ठिकाने पर छापेमारी के दौरान 25 करोड़ रुपये कैश बरामद किया गया है. इस व्यापक छापेमारी की कार्रवाई के तहत बिहार, झारखंड, ओड़िसा, दिल्ली एवं नोएडा, हरियाणा और कोलकाता के 17 स्थानों पर रेड हुई, जो देर शाम तक चली.
अभिषेक झा रांची में एक जिम में ट्रेनर थे और पल्स डायग्नोस्टिक सेंटर चलाते थे. परंतु पूजा सिंघल के संपर्क में आने या उनसे शादी के बाद वहां के सबसे बड़े अस्पतालों में एक पल्स हॉस्पिटल को बना लिया. साथ ही कुछ वर्षों में यह हॉस्पिटल बड़े ब्रांड चेन के रूप में बनकर उभरा और इसमें ब्लैक मनी का बड़ा निवेश प्रमुख कारण है.