16.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

बिहार: नये साल में स्कूली बच्चों के शिक्षा पर होगी सरकार की नजर, कई बदलाव की संभावना, इस फैसले से मिलेगा फायदा

Education News: बिहार में साल 2023 में शिक्षा विभाग की ओर से कई फैसले लिए गए है. वहीं, साल 2024 में शिक्षा विभाग के द्वारा कई तरह के बदलाव की संभावना जताई जा रही है. छात्रों के लाभ के लिए कार्य जारी है.

Education News: बिहार में साल 2023 में शिक्षा विभाग ने कई बड़े फैसले लिए है. वहीं, साल 2024 में शिक्षा विभाग के द्वारा कई तरह के बदलाव की संभावना है. छात्रों के लाभ के लिए विभाग कई तरह के प्रयास कर रहा है. मालूम हो कि बिहार में साल 2023 में ही शिक्षकों की बिहार लोक सेवा आयोग की ओर से पहली बार बड़े पैमाने में शिक्षकी की भर्ती ली जा रही है. जबकि, विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने भी विभाग की दशा बदलने के लिए कई तरह के फैसले लिए है. वह लगातार सुर्खियों में भी बने रहते हैं. केके पाठक साल 1990 बैच के आईएएस अधिकारी है. स्कूलों की व्यवस्था में सुधार और बच्चों की भलाई के लिए शिक्षा विभाग ने कई फैसले लिए और नोटिस भी जारी किए गए है.

बच्चों के लिए उठाए गए कई कदम

शिक्षा विभाग ने यह फैसला लिया कि स्कूलों में बच्चों की 75 प्रतिशत हाजिरी होना जरुरी है. इस फैसले से स्कूलों बच्चों को आगे भी फायदा मिलेगा. क्योंकि, इस कारण से स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति बढ़ी है और उन्हें सभी चीजें उनका पाठ्यक्रम भी अच्छे से समझ में आ रहा है. कक्षा की पढ़ाई से बच्चों को परीक्षा में फायदा तो पहुंचेगा ही. साथ ही यह उनके भविष्य के लिए भी काफी अच्छा है. दूसरी ओर विभाग की ओर से स्कूलों में मासिक परीक्षा को भी अनिवार्य किया गया. इसके अलावा बच्चों की साप्ताहिक परीक्षा भी ली जाती है. मासिक परीक्षा की उत्तर पुस्तिका का मुल्यांकन भी सही समय पर किया जा रहा है. वहीं, साल 2024 में जनवरी और फरवरी में बोर्ड परीक्षा ली जा रही है. इसके लिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ऑफिशियल वेबसाइट पर मॉडल पेपर को भी जारी किया गया है. इसकी सहायता से परीक्षा की तैयारी में बच्चों की फायदा पहुंचेगा.

Also Read: शिक्षक भर्ती परीक्षा: आज से दूसरे चरण की काउंसलिंग, पटना में बनाए गए कई केंद्र, जानिए कब तक चलेगी प्रक्रिया
नये साल में शिक्षक स्कूल को करेंगे ज्वाइन

बच्चों के अलावा शिक्षकों पर भी सख्ती हुई है. शिक्षकों को स्कूल में पढ़ाना जरूरी है. पांच से छह घंटी की कक्षा को लेना अनिवार्य है. इसके अलावा इनकी हाजिरी भी अब ऑनलाइन ली जा रही है. स्कूलों में इंटरनेट की शुरूआत भी होगी. इससे बच्चों को पढ़ने में आसानी होगी. इसके अलावा ई- लाइब्रेरी का भी शुभारंभ होने जा रहा है. इससे घर बैठे ही बच्चे पढ़ाई कर सकते हैं. किसी भी स्थान पर पढ़ाई हो सकती है. साथ ही किताबों का विकल्प भी अधिक मिलेगा. राज्य में स्कूली शिक्षा में सुधार को लेकर कई तरह के कदम उठाए गए है. विद्यालयों में परीक्षा कैलेंडर को भी जारी किया गया. माना जा रहा है कि इससे परीक्षा के स्परुप में बदलाव होगा. साथ ही विद्यालय को भी इससे लाभ पहुंचेगा. स्कूलों में किस सामान की जरूरत है, इस बात का भी खास ख्याल रखा जा रहा है. इस साल शिक्षा विभाग की ओर से बच्चों के लिए कई फैसले लिए गए है. वहीं, अगले साल भी बच्चों के लाभ को देखते हुए सरकार की ओर से कई तरह के कदम जाएंगे. शिक्षा विभाग पर अगले साल भी सरकार की नजर रहेगी. नए साल में बच्चों की पढ़ाई में कई तरह के बदलाव किए जाएंगे. इसके अलावा कई नये शिक्षकों की बहाली ली जाएगी. कई नए शिक्षक अब स्कूलों में ज्वाइन करेंगे. इस कारण बच्चों को पढ़ाई में आसानी होगी. बता दें कि कई शिक्षकों को लापरवाही के कारण निलंबित भी किया गया है. इसके अलावा शिक्षकों और प्रिंसिपल के वेतन काटने का भी आदेश दिया गया था. बच्चों के हित के लिए कई तरह के निर्णय विभाग ने लिए है.

Also Read: बिहार: सासाराम के जज का पटना जंक्शन से मोबाइल गायब, कैब चालक को बंधक बनाकर बदमाशों ने की लूटपाट

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें