पटना. आइजीआइएमएस में सोमवार को एक फर्जी डॉक्टर पकड़ा गया है. वह पिछले कई दिनों से डॉक्टर की वेशभूषा में अस्पताल आता था अौर मरीजों को कहता था कि यहां बेहतर इलाज नहीं मिलेगा, इसलिए तुम निजी अस्पताल में चले जाओ. वह कुछ खास निजी अस्पतालों का नाम लेकर कहता कि वहां अच्छा इलाज मिलेगा, मैं तुम्हें उस निजी अस्पताल में भर्ती करवा सकता हूं.
इस नकली डॉक्टर का कृष्ण कुमार है. इसे न्यूरो सर्जरी वार्ड से पकड़ा गया है. आइजीआइएमएएस के गार्डों ने इसे सुबह 11 बजे पकड़ने के बाद शास्त्री नगर थाने को सौंप दिया. वह डॉक्टरों की तरह आला लगा कर अस्पताल के अंदर घूम रहा था. जिस समय गार्डों ने उसे पकड़ा, उस दौरान भी वह आला लगाये हुआ था. शास्त्री नगर थानाध्यक्ष राम शंकर सिंह ने बताया कि पुलिस ने इस फर्जी डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया है.
आइजीआइएमएस के चिकित्सा अधीक्षक डॉ मनीष मंडल ने बताया कि सोमवार की रात जब मैं न्यूरो सर्जरी वार्ड में राउंड पर था, तब कई मरीजों और उनके परिजनों ने बताया कि यहां एक डॉक्टर साहब आते हैं जो कहते हैं कि निजी अस्पताल में चले जाओ. ऐसे में क्या करें? यह सुन कर मैं चौंक गया, क्योंकि आइजीआइएमएस के कोई डॉक्टर ऐसा कभी बोल नहीं सकते. उसके बाद उसे पकड़ने की योजना बनायी गयी.
सोमवार सुबह से ही गार्डों को इसकी जानकारी देकर ड्यूटी पर लगा दिया गया था. सुबह करीब 11 बजे न्यूरो सर्जरी विभाग के एचओडी डॉ केएम झा राउंड पर थे. उन्होंने फर्जी डॉक्टर को देखते ही पहचान लिया और गार्डों को इशारा किया. उनका इशारा पाते ही गार्डों ने फर्जी डॉक्टर कृष्ण कुमार को पकड़ लिया.
फर्जी डॉक्टर कृष्ण कुमार को जब आइजीआइएमएस के गार्डों ने पकड़ लिया तब वह उन्हें अपना गलत नाम और पता बताने लगा. पहले उसने खुद का नाम पवन कुमार बताया, पिता का नाम राजकिशोर पटेल, पता रवि चौक रोड नंबर पांच, पाटलिपुत्र बताया.
बाद में उसने सच बताया कि और कहा कि उसका नाम कृष्ण कुमार, पिता घनश्याम पांडेय, पता बाबू बरही, जिला मधुबनी है. खुद को डॉक्टर कहने वाले इस व्यक्ति को हिंदी लिखना भी सही से नहीं आता है. आइजीआइएमएस के अधिकारियों और गार्ड के सामने लिखित में इसने अपनी गलती मानी है. लेकिन माफीनामे में भी काफी गलतियां हैं.
Posted by Ashish Jha