बिहार स्टेट पॉवर जनरेशन कंपनी लिमिटेड (BSPGC) ने नवीकरणीय उर्जा स्रोतों का विस्तार करने के लिए नवादा के फुलवरिया डैम पर फ्लोटिंग सौर परियोजना स्थापित करने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा दिया है. इसके लिए निविदा आमंत्रित करने की प्रकिया चल रही है. राज्य में मुख्यमंत्री के विजन नीचे मछली ऊपर बिजली के लिए भी यह परियोजना पूरी तरह अनुकूल होगी.
बिहार में 150 मेगावाट बिजली सोलर से की जा रही उत्पादित
बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड के सीएमडी संजीव हंस ने कहा कि बिहार में अभी कुल 150 मेगावाट बिजली सोलर से उत्पादित की जा रही है. साथ ही राज्य में नीचे मछली ऊपर बिजली के तहत दो जगहों दरभंगा एवं सुपौल में बिजली उत्पादित कर फीडर से जोड़ कर उपभोक्ताओं को आपूर्ति की जा रही है. इसके अलावा कजरा में 600 मेगावाट व पीरपैंती में लगभग 200 मेगावाट सोलर बिजली उत्पादन हेतु कार्य कार्य शुरू हो चुका है.
उपभोक्ताओं को सौर ऊर्जा के उपयोग के लिए किया जा रहा प्रोत्साहित
बिहार स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी लिमिटेड के एमडी महेंद्र कुमार ने कहा कि हमने सरकारी भवनों पर सोलर संयंत्र स्थापित कर आपूर्ति शुरू कर दी है. कई सरकारी स्कूलों में भी सोलर पैनल लगाये गये हैं. इस प्रकार से हम उपभोक्ताओं को भी सौर ऊर्जा के उपयोग हेतु प्रोत्साहित कर रहे हैं. निजी परिसरों में ग्रिड कनेक्टेड रूफटॉप सोलर पैनल लगाने पर उपभोक्ताओं को राज्य सरकार की ओर से सब्सिडी का भी प्रावधान है.
बिहार में बंजर भूमि की उपलब्धता कम
एमडी ने कहा कि सामान्यत: सौर परियोजना का निर्माण बंजर भूमि पर ही किया जाता है. दूसरे राज्यों की तुलना में बिहार में बंजर भूमि की उपलब्धता कम है. अत: राज्य के उन क्षेत्रों में जहां प्राकृतिक अथवा मानव निर्मित वैसे तालाब व जलाशय जिनमें आठ–नौ महीने पानी रहता है, का उपयोग ग्राउंड माउंटेड के रूप में सौर उर्जा परियोजना को प्रोत्साहित करने की योजना बनायी गयी है.
क्या है ‘नीचे मछली ऊपर बिजली’
यह योजना मुख्यमंत्री की दूरदर्शी संकल्पना नीचे मछली ऊपर बिजली को साकार करने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है. इसमें सौर ऊर्जा के दोहन के लिए स्थापित संयंत्रों के अंतर्गत मछली पालन किया जा सकता है. यानी ऊपर सूरज की रोशनी से बिजली पैदा होगी और नीचे जलाशय में मछली पालन आसानी से किया जा सकेगा. इससे न केवल राज्य में नवीकरणीय ऊर्जा की खपत को बढ़ावा मिलेगा बल्कि राज्य के किसानों की आय में भी वृद्धि होगी.
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दिसंबर 2024 तक ग्रामीण क्षेत्रों में प्रीपेड स्मार्ट लगाने का काम करें पूरा : संजीव हंस
ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव सह पावर होल्डिंग कंपनी के सीएमडी संजीव हंस ने एजेंसियों को स्मार्ट प्रीपेड मीटर इंस्टालेशन में तेजी लाते हुए दिसंबर 2024 तक प्रीपेड मीटर लगाने का कार्य पूरा करने का निर्देश दिया है. उन्होंने उत्तर बिहार के ग्रामीण इलाकों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर इंस्टालेशन कार्य में तेजी लाने हेतु गुरुवार को संबंधित एजेंसियों के साथ किक ऑफ मीटिंग की. मीटिंग के दौरान दोनों चयनित एजेंसियों ने स्मार्ट मीटर इंस्टालेशन हेतु संपूर्ण कार्य योजना को विस्तार रूप से प्रस्तुत किया.
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दिसंबर 2023 से इंस्टाॅलेशन शुरू करने का निर्देश
बैठक में नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के एमडी डॉ आदित्य प्रकाश ने एजेंसियों के अधिकारियों को सभी तैयारियां को पूरा कर दिसंबर 2023 से इंस्टाॅलेशन की शुरुआत करने का निर्देश दिया. दोनों एजेंसियां मिल कर उत्तर बिहार में कुल 52.17 लाख स्मार्ट मीटर लगायेंगी. इनमें अडानी एनर्जी सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड गोपालगंज, वैशाली, सिवान, सारण, समस्तीपुर में 27.99 लाख एवं हाइ प्रिंट मीटरिंग सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड मधुबनी, दरभंगा, सहरसा, बेगूसराय, खगड़िया में 24.18 लाख स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगायेगी.
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उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर के फायदों से कराया जा रहा अवगत
एमडी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में हम लगातार जागरूकता कैंप के माध्यम से उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर से अवगत करा रहे हैं. उन्हें लाइव डिमॉन्सट्रेशन के माध्यम से दिखाया जा रहा है कि पुराने और स्मार्ट मीटर में कोई फर्क नहीं है. दोनों में मीटर एक समान ही काम करता है. उन्होंने कहा कि इंस्टालेशन कार्य के दौरान जिला प्रशासन व पुलिस की भी सहायता ली जायेगी ताकि किसी प्रकार की दिक्कत न हो और बिना किसी विवाद के कार्य संपन्न हो सके. इसके अलावा हम सोशल मीडिया के माध्यम से भी उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर के फायदों से अवगत करा रहे हैं.