बराज पर भारी वाहनों के आवाजाही को देखते हुए धीमी गति से वाहन परिचालन को लेकर नेपाल आर्मी के जवान तैनात कर दिए गए हैं. कोसी बराज में अचानक जलस्तर में बढ़ोतरी हो गई.
कई लोगों के घरों में पानी घुस चुका है. नदी ने पिछले कई साल का रिकॉर्ड तोड़ डाला. चीफ इंजीनियर कुमार मनोज रमन ने अभियंता को हाई अलर्ट पर रहने का आदेश दिया है.
कोसी नदी ने 32 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ा डाला. कोसी बराज कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार 24 जुलाई 1979 में 04 लाख 71 हजार 196 क्युसेक्स डिस्चार्ज रिकॉर्ड किया गया था.
वहीं, 19 सितंबर 1988 में 4 लाख 72 हजार 993 क्यूसेक पानी छोड़ा गया था. 12 अगस्त 1990 को 5 लाख 09 हजार 500 जलस्राव प्रति सेकंड के रूप में रिकॉर्ड किया गया था. 1991 से लेकर अब तक 32 वर्षों में आज का डिस्चार्ज, रिकॉर्ड डिस्चार्ज है. अभियंता दोनों बांध के संवेदनशील स्थलों पर पूरी तरह तैनात हैं.
बाहर निकलने के लिए प्रशासन द्वारा माइकिंग करायी जा रही. कोसी नदी के जलस्तर बढ़ने के कारण जिला प्रशासन द्वारा तटबंध के अंदर बसे लोगों को बाहर निकलने के लिए माइकिंग करायी जा रही है.
बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए सभी घाटों पर नाव की व्यवस्था की गई है. जबकि, चिन्हित जगहों पर एनडीआरएफ की टीम बोट के साथ तैनात किए गए हैं.
जिला प्रशासन बाढ़ की स्थिति पर पूरी नजर है. लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बता दें कि कोसी नदी के जलस्तर में वृद्धि होने से 32 साल पुराना रिकॉर्ड टूट गया है.
लोगों के साथ- साथ पशुओं को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. नदी के बढ़ते जलस्तर को लेकर मंत्री जल संसाधन मंत्री संजय झा ने ट्वीट किया. उन्होंने कहा कि नेपाल में कोसी नदी के जलग्रहण क्षेत्रों में हुई भारी बारिश के कारण सुबह वीरपुर स्थित कोसी बराज पर अधिकतम 4,62,345 क्यूसेक जलस्राव दर्ज किया गया है. इससे कोसी नदी के जलस्तर में वृद्धि की संभावना है. बाढ़ से सुरक्षा के लिए जल संसाधन विभाग के अधिकारी एवं अभियंता अलर्ट हैं और सभी तटबंधों की दिन-रात निगरानी की जा रही है.