पटना. पश्चिम बोरिंग कैनाल रोड स्थित इंद्रप्रस्थ अपार्टमेंट में डॉ एसके बनर्जी के क्लिनिक में सोमवार को पथरी का इलाज कराने पहुंचे सारण जिले के दिघवारा प्रखंड के बीडीओ अजीत कुमार को चार एक्सपायर्ड इंजेक्शन लगा दिये गये. इंजेक्शन लगाने के बाद जब उनकी हालत खराब हुई, तो पड़ताल में इंजेक्शन के एक्सपायर होने की जानकारी मिली.
इसके बाद पीड़ित ने डीएम से शिकायत की. आनन-फानन में परिसर में संचालित दवा दुकान पर एएसडीएम सदर के नेतृत्व में तीन सदस्यों की टीम ने छापेमारी की. इस दौरान बड़ी संख्या में एक्सपायरी दवा और इंजेक्शन को जब्त किये गये. देर रात तक इसकी सूची बनायी जाती रही. इस मामले में दिघवारा बीडीओ के आवेदन पर श्रीकृष्णापुरी थाने में एफआइआर दर्ज कर ली गयी है.
परिजनों के मुताबिक बीडीओ अजीत कुमार राजाबाजार में परिवार के साथ रहते हैं. 15 दिन पहले उनके पेट में दर्द हुआ. इसके बाद परिजन डॉ एसके बनर्जी के क्लिनिक में लेकर पहुंचे. यहां अल्ट्रासाउंड, सिटी स्कैन आदि जांच में गॉल ब्लॉडर में पथरी बताया गया, जिसका इलाज चल रहा था.
सोमवार की दोपहर उनके पेट में तेज दर्द हुआ तो परिजन सीधे डॉ बनर्जी के क्लिनिक में लेकर पहुंचे. डॉक्टर के निर्देश पर क्लिनिक में संचालित स्टोर के कंपाउंडर ने पेट दर्द के चार इंजेक्शन 10 मिनट के अंदर लगाये. इंजेक्शन लगने के बाद परिजन अपने घर जाने लगे. लेकिन, बीच रास्ते में उनकी तबीयत खराब होने लगी, तो उन्हें फिर से डॉ बनर्जी के क्लिनिक में लगाया गया, जहां एक्सपायर इंजेक्शन का खुलासा हुआ. आनन-फानन में परिजन पास के एक निजी अस्पताल में अजीत कुमार को लेकर गये, जहां इलाज के बाद उनकी तबीयत सुधरी.
अजीत कुमार के भाई के दोस्त टुनटुन ने पटना के डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह को इसकी जानकारी दी. इसके बाद डीएम के निर्देश पर एएसडीओ पटना सदर धनंजय कुमार और ड्रग कंट्रोलर विश्वजीत दासगुप्ता की टीम ने छापेमारी कर बड़ी संख्या में एक्सपायरी दवा और इंजेक्शन जब्त किये.
ड्रग विभाग के सीनियर इंस्पेक्टर विश्वजीत दास गुप्ता ने बताया कि मीडियन बायोटेक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के एक्सपायर इंजेक्शन जब्त किये गये. ये इंजेक्शन पेट दर्द में इस्तेमाल किये जाते हैं. छापेमारी के दौरान डॉक्टर के क्लिनिक में 50% इंजेक्शन एक्सपायर मिले हैं. इसका डेट 31 जुलाई को ही समाप्त हो गया था.
वहीं, अजीत कुमार के बयान पर ड्रग विभाग की टीम ने एसकेपुरी थाने में संबंधित अस्पताल के दवा स्टोर मालिक व इंजेक्शन लगाने वाले कर्मी के खिलाफ एफआइआर दर्ज करायी है. अगर डॉक्टर की लापरवाही पायी गयी तो उन पर भी मामला दर्ज किया जायेगा. वहीं, डीएम ने अन्य दवा दुकानों पर भी छापेमारी कर जांच करने और दोषी को चिह्नित कर कठोर कार्रवाई करने का सख्त निर्देश दिया है.
ड्रग इंस्पेक्टर विश्वजीत दास गुप्ता ने बताया कि डॉ बनर्जी के क्लिनिक में संचालित दवा दुकान विजेंद्र कुमार राय के नाम है. विजेंद्र के नाम से ही लाइसेंस है. लेकिन संबंधित व्यक्ति मौके पर नहीं पाया गया. जांच में पता चला कि विजेंद्र की जगह पर कोई दूसरा व्यक्ति दुकान चलाता है, जिसको पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. अब ड्रग विभाग यह पता लगा रही है कि बीते तीन दिनों के अंदर कितने मरीजों को एक्सपायरी इंजेक्शन लगाये गये हैं.
Posted by Ashish Jha