पटना: वाराणसी से चला गंगा बिलास क्रूज छपरा में फंस गया है. गंगा नदी में कम पानी होने के चलते क्रूज बालू और मिट्टी के गाद में फंसा है. क्रूज के नदी में फंसने के सूचना के बाद मौके पर फौरन एसडीआरफ की टीम पहुंची. एसडीआरएफ अब छोटे नाव की मदद से यात्रियों को नदी के किनारे लाने का काम कर रही है. हालांकि क्रूज के फंसने की खबरों को क्रूज संचालक दल और जिला प्रशासन ने खारिज किया है.
गंगा बिलास क्रूज छपरा से 11 किमी दक्षिण डोरीगंज बाजार के पास स्थित चिरांद पुरातत्व स्थल जाना था. लेकिन यहां पहुंचने से पहले ही क्रूज फंस गया. मौके पर पहुंचे अधिकारी हालात का जायजा ले रहे हैं. अब सैलानियों को छोटी नाव से चिरांद लेकर जाया जाएगा. मामले को लेकर छपरा के सीओ ने बताया कि चिरांद में सैलानियों के लिए पर्याप्त व्यवस्था की गई है. घाट पर एसडीआरएफ की टीम तैनात है ताकि किसी तरह की अप्रिय स्थिति पर तुरंत एक्शन लिया जा सके. उन्होंने कहा कि पानी कम होने के कारण क्रूज को किनारे लाने में दिक्कत हो रही है. इसलिए पर्यटकों के लिए छोटी नाव की व्यवस्था की गयी है.
बता दें कि गंगा विलास क्रूज (Ganga Vilas Cruise) को बीते शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने रवाना किया था. गंगा विलास क्रूज काशी से डिब्रूगढ़ के बीच दुनिया की सबसे लंबी नदी जल यात्रा करेगा. क्रूज बिहार में कुल छह जगहों पर रुकेगा जहां टूरिस्ट पर्यटक स्थलों का भ्रमण करेंगे. इस क्रूज की कई विशेषताएं हैं.
बिहार में गंगा विलास क्रूज कुल छह जगहों पर रुकेगा जिसमें बक्सर, छपरा, पटना, सिमरिया, मुंगेर, सुल्तानगंज और कहलगांव शामिल है. क्रूज जहां भी रुकेगा पर्यटक वहां से ऐतिहासिक जगहों का भ्रमण कर सकते हैं. ये क्रूज 25 नदियों से गुजरते हुए बांग्लादेश तक यात्रा करेगा. क्रूज के बिहार में गुजरने से यहां के इतिहास और संस्कृति का परिचय होगा.
क्रूज में यात्रा को सुगम और गतिमान बनाने के लिए प्रत्येक जगह एक एक नोडल अधिकारी की तैनाती भी की गई है. क्रूज में यात्रा के लिए टिकट की कीमत 25 हजार रुपये है. इसमें यात्रा करने के लिए कुल 51 दिन की यात्रा के लिए 20 लाख रुपये खर्च करने पड़ सकते हैं.