Gaya News: 27 मार्च 2014 की सुबह-सुबह भाकपा-माओवादी संगठन के हथियारबंद दस्ते ने डुमरिया बाजार के पुरुखनचक गांव स्थित एयरटेल टावर को उड़ा दिया था. इस मामले के आरोपी इमामगंज थाने के मैनका गांव निवासी कपिल पासवान को एसटीएफ और गया पुलिस की टीम ने संयुक्त रूप से रानीगंज बांस बाजार के पास से गिरफ्तार कर लिया है. यह जानकारी एसएसपी आशीष भारती, सिटी एसपी प्रेरणा कुमार व इमामगंज डीएसपी अमित कुमार ने रविवार को पुलिस कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में दी.
20 की हो चुकी है गिरफ्तारी, 9 कर चुके हैं सरेंडर
एसएसपी ने बताया कि एयरटेल टावर उड़ाये जाने के मामले में डुमरिया थाने में विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और 17 सीएलए एक्ट सहित विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. इस मामले की जांच के दौरान 20 नक्सलियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. साथ ही पुलिस की दबिश के कारण नौ नक्सली कोर्ट में सरेंडर कर चुके हैं.
10 सालों से फरार था कपिल पासवान
वहीं, इस कांड में आरोपित कपिल पासवान विगत 10 वर्षों से फरार चल रहा था. इसे गिरफ्तार करने को लेकर पुलिस मुख्यालय से एसटीएफ को भी लगाया गया था. इसी बीच पुलिस टीम को सूचना मिली कि नक्सली कपिल पासवान इमामगंज थाना क्षेत्र स्थित रानीगंज बांस बाजार में आया हुआ है. स्थानीय पुलिस ने एसटीएफ के सहयोग से नक्सली कपिल पासवान को गिरफ्तार कर लिया.
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कपिल पासवान पर इमामगंज थाने में दर्ज है दो मामले
एसएसपी ने बताया कि पुलिस गिरफ्त में आये नक्सली कपिल पासवान का आपराधिक इतिहास खंगाला गया, तो पता चला है कि इसके विरुद्ध इमामगंज थाने में नक्सली घटनाओं से संबंधित दो मामले दर्ज हैं. इमामगंज थाने में पहला मामला 10 जुलाई 2011 को 17 सीएलए सहित अन्य धाराओं के तहत दर्ज हुआ था.
वहीं, दूसरा मामला आठ फरवरी 2014 को विस्फोटक अधिनियम, 17 सीएलए सहित यूपीए की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज हुआ था. एसएसपी ने बताया कि कपिल पासवान की गिरफ्तारी की सूचना आसपास के थाने की पुलिस को दी गयी है, ताकि इसके विरुद्ध दर्ज अन्य मामलों में भी संबंधित थानों की पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ कर सके.
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