तथागत की ज्ञानभूमि बोधगया के कालचक्र मैदान में शुक्रवार से तीन दिवसीय बौद्ध महोत्सव का आगाज होने जा रहा है. शुक्रवार की शाम पांच बजे महोत्सव का उद्घाटन बौद्ध भिक्षुओं के मंत्रोच्चार के साथ किया जायेगा. इसके साथ ही उद्घाटनकर्ताओं के अभिभाषण के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रमों का दौर चलेगा. इसकी शुरूआत बिहार संगीत नाटक अकादमी द्वारा बिहार गौरव गान की प्रस्तुति के साथ ही कंबोडिया व वियतनाम के कलाकारों की प्रस्तुति होगी. इसके बाद पार्श्व गायक कैलाश खेर के गीत-संगीत से महफिल सजेगी.
श्रद्धा पंडित की प्रस्तुति के साथ होगा महोत्सव का समापन
तीन दिवसीय बौद्ध महोत्सव के तहत शनिवार की सुबह ढूंगेश्वरी से महाबोधि मंदिर तक ज्ञानयात्रा व दिन में कालचक्र मैदान में महिला उत्सव सहित अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का दौर चलता रहेगा. शाम को विदेशी कलाकरों की प्रस्तुति के साथ ही आनंद राज आनंद के गीत-संगीत सुनने को मिलेगा. महोत्सव का समापन रविवार की शाम को पार्श्व गायिका श्रद्धा पंडित की प्रस्तुति के साथ किया जायेगा.
महोत्सव का स्टेज बनाने पर खर्च हुए 15 लाख
बौद्ध महोत्सव का स्टेज बनाने को लेकर 15 लाख रुपये खर्च किये गये हैं. दिल्ली की कंपनी द्वारा बौद्ध महोत्सव का स्टेज व मुख्य स्वागत द्वार तैयार किया गया है. इस पर 15 लाख रुपये का खर्च आया है. इसके साथ ही स्टेज के सामने पंडाल में पांच हजार दर्शकों के बैठने की व्यवस्था की गयी है. कालचक्र मैदान में विभिन्न प्रवेश द्वारों के माध्यम से लोगों को प्रवेश कराया जायेगा.
सुरक्षा के लिए लगाए गए सीसीटीवी कैमरे
पंडाल क्षेत्र में हर तरफ सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं और इसके लिए कंट्रोल रूम भी बनाया गया है. हर वक्त निगरानी व गड़बड़ करने वालों पर त्वरित कार्रवाई की व्यवस्था की गयी है. बुधवार की शाम तक स्टेज को अंतिम रूप दिया जा रहा था. स्टेज निर्माण में जुटी कंपनी के कर्ता कैलाश ने बताया कि शुक्रवार की सुबह तक स्टेज पूरी तरह तैयार हो जायेगा.