बोधगया. महाबोधि सोसाइटी ऑफ इंडिया यानी श्रीलंका बौद्ध मठ परिसर स्थित जयश्री महाबोधि विहार का 18वां स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में शाक्यमुनि बुद्ध और उनके शिष्य अरिहंत सारिपुत्त व महामोग्गलान के पवित्र अस्थि कलश की प्रदर्शनी लगायी जायेगी. यह समारोह शनिवार से सोमवार तक आयोजित किया जायेगा. समारोह के पूर्व संध्या पर शुक्रवार को पवित्र अवशेषों को जयश्री महाबोधि विहार से महाबोधि मंदिर तक शोभायात्रा निकाली जायेगी और प्रार्थना की जायेगी. उक्त जानकारी भंते सुमितानंद थेरो ने गुरुवार को प्रेसवार्ता में दी. उन्होंने कहा कि इस तीन दिनों के दौरान अवशेषों के इतिहास पर एक दिवसीय फोटो प्रदर्शनी प्रदर्शित की जायेगी. प्रतिदिन शाम को जयश्री महाबोधि मंदिर परिसर के चारों ओर दीप प्रचलित की जायेगी व संध्या में धम्मचक्र पवतनसुत का पाठ किया जायेगा. अंतिम दिन तीन फरवरी को कालचक्र मैदान से अब शोभायात्रा निकाली जायेगी जो श्रीलंका बौद्ध मठ होते हुए 80 फुट बुद्ध मूर्ति तक जाकर वापस आयेगी. प्रेसवार्ता में भंते सुशील थेरो, भंते धम्मानंद थेरो, भंते नंद थेरो, भंते जीनानंद थेरो, वागीश्वर थेरो मौजूद थे.
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