Bihar By Election: बिहार में चार सीटों पर होने वाले उपचुनाव से पहले राजद को करार झटका लगा है. डॉ शीतल प्रसाद यादव ने राष्ट्रीय जनता दल की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया है. अपने आवास पर आयोजित प्रेसवार्ता में उन्होंने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि पार्टी में मान-सम्मान व उचित स्थान नहीं मिलने के कारण पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया है. चुनावी माहौल में इस इस्तीफे की चर्चा राजधानी पटना तक हो रही है. शीतल यादव ने अपने पत्र में आरजेडी के बड़े नेताओं पर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि पार्टी में उनकी बात को तवज्जो नहीं दिया जा रहा, सब उनकी बातों को अनसुनी कर रहे थे.
राजद के बड़े नेताओं पर लगाया आरोप
शीतल यादव ने कहा कि वो लोकसभा चुनाव के दौरान लालू यादव की पार्टी राजद में शामिल हुए थे. उन्होंने कहा तब से अब तक महसूस किया कि राजद के बड़े नेता किसी भी छोटे नेता की इज्जत नहीं करते हैं. उनकी एक भी बात नहीं सुनते. पार्टी में किसी तरह का मान- सम्मान नहीं दिया जाता है. हर स्तर पर लगातार उनकी अनदेखी की जाती है. इन सब वजहों से ही उन्होंने पार्टी से इस्तीफा देना जरूरी समझा है.
राजद से इस्तीफा देने वाले शीतल प्रसाद वर्तमान में जिला परिषद गया के उपाध्यक्ष पद पर काबिज हैं. कहा जाता है कि गया के सभी इलाकों में उनकी पहुंच अच्छी है. जनता से बीच उनकी काफी साफ़ सुथरी छवि है. ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि मतगणना से ठीक पहले राजद छोड़ने से परिणाम में कितना असर पड़ता है.
दोनों गठबंधन के लिए प्रतिष्ठा का सवाल
बिहार में चार विधानसभा सीटों तरारी, रामगढ़, बेलागंज और इमामगंज पर उपचुनाव हो रहे हैं. यह उपचुनाव एनडीए और महागठबंधन के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बना हुआ है. तरारी में सीपीआई के सुदामा प्रसाद, बेलागंज में राजद के सुरेंद्र यादव, इमामगंज में हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के जीतनराम मांझी और रामगढ़ में राजद के सुधाकर सिंह के लोकसभा पहुंच जाने से ये चारों सीटें खाली हुई हैं. सभी सीटों पर 13 नवंबर को वोटिंग होगी और 23 नवंबर को चुनाव नतीजे आएंगे.
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