Gaya: विभिन्न आतंकी संगठनों के निशाने में रहे बोधगया की सुरक्षा को लेकर सतर्कता बढ़ा दी गयी है. यहां स्थित विभिन्न देशों के बौद्ध मठों में प्रवास करने वाले भिक्षुओं के साथ ही अन्य की भौतिक सत्यापन की अब जरूरत ज्यादा महसूस होने लगी है. गया से बैंकॉक जाने के दौरान बोधगया में पिछले 10 वर्षों से पहचान बदल कर रह रहे बांग्लादेशी नागरिक के गया एयरपोर्ट पर पकड़े जाने के बाद यह भी आवश्यक हो गया है कि अन्य मठों व निजी घरों में प्रवास करने वाले विदेशी व अन्य भिक्षुओं की भौतिक सत्यापन किया जाये. यहां यह भी बताना आवश्यक है कि गिरफ्त में आया बांग्लादेशी नागरिक बाबू जॉय बरूआ 2014 में ही भारतीय पासपोर्ट बना लिया था व कई मर्तबा विदेशों की यात्रा भी कर चुका था. इसी तरह अन्य भी बोधगया में छद्म रूप में छुपे हो सकते हैं.
भौतिक सत्यापन का काम तेजी से शुरू किया जायेगा
प्रशासनिक स्तर से होटलों में ठहरने वाले विदेशियों के लिए सी-फाॅर्म जमा कराने की व्यवस्था की गयी है जिस वजह से बौद्ध मठों के मामले में थोड़ी शिथिलता बरते जाने की बात सामने आ रही है. महाबोधि मंदिर परिसर में भी प्रवेश के लिए बौद्ध भिक्षुओं को आसानी के साथ इंट्री पास बना दिये जाते हैं. यह भी एक मामला हर वक्त उठते रहा है. इसके अलावा स्थानीय थाने के माध्यम से निजी घरों में किराये पर रहने वालों को भौतिक सत्यापन का काम शुरू होने के बाद बंद हो गया.
इससे भी संदिग्धों की पहचान होने की प्रवल संभावना है. इस संबंध में बोधगया के डीएसपी सौरभ जायसवाल का कहना है कि अब होटलों के साथ ही अन्य स्थलों पर प्रवास करने वालों की पहचान की जा रही है. जल्द ही एक प्रक्रिया के तहत भौतिक सत्यापन का काम तेजी के साथ शुरू करा दिया जायेगा.
प्रक्रिया में लायी जा रही है तेजी: एसएसपी
एसएसपी आशीष भारती ने बताया कि फिलहाल बोधगया में ऑटो, इ-रिक्शा चालकों पर काम जारी है व होटलों में ठहरने वालों को सी-फॉर्म के माध्यम से पहचान की जा रही है. फिर भी बौद्ध मठों व निजी घरों में प्रवास करने वालों के बारे में भी जानकारी जुटाने के काम में तेजी लाने का निर्देश जारी कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि संबंधित बांग्लादेशी नागरिक को ट्रैक किया जा रहा था.
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