Gaya News गया में एक तरफ जहां भीषण गर्मी से लोगों का जीना मुहाल हो रहा है. वहीं बिजली की आंख मिचौनी का खेल दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. शहर के प्राय: अधिकतर इलाकों में जून महीने की शुरुआत से ही प्रतिदिन पावर कट की समस्या बनी रह रही है. शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र के रंग बहादुर रोड काली मंदिर के पास गुरुवार की सुबह बिजली संकट से जूझ रहे स्थानीय नागरिकों ने सड़क जाम कर रोषपूर्ण प्रदर्शन किया.
प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बताया कि बीते करीब एक सप्ताह से इस क्षेत्र में पावर कट की समस्या बनी हुई है. बिजली विभाग के अधिकारियों से शिकायत करने के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने से मरम्मत के बाद फिर संकट उत्पन्न हो रही है. बुधवार की रात पोल में बड़े वाहन के धक्के से उक्त क्षेत्र में बिजली आपूर्ति पूरी तरह से ठप हो गयी. बार-बार शिकायत करने के बाद भी मरम्मत का काम शुरू नहीं कराया गया.
थक हार कर बिजली संकट से जूझ रहे स्थानीय लोगों ने सड़क जाम कर प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारी नागरिकों द्वारा बताया गया कि गुरुवार की सुबह भी जब मरम्मत के लिए बिजली विभाग के अधिकारियों के पास लोग पहुंचे, तब उन्हें यह कहकर चला दिया गया कि मिस्त्री आने पर भेजा जायेगा. करीब तीन घंटे बीतने के बाद भी जब मिस्त्री नहीं पहुंचा, तब मजबूरन लोगों द्वारा यह कदम उठाया गया. जब क्षतिग्रस्त तार व खंभे की मरम्मत के लिए बिजली कर्मी पहुंचे तब लोग शांत हुए.
गर्मी शुरू होने के साथ ही शहर में है बिजली संकट
जैसे-जैसे गर्मी का पारा चढ़ रहा है, वैसे-वैसे बिजली की समस्या भी विकराल होती जा रही है. मार्च महीने में जहां शहर के अधिकतर क्षेत्र में 24 घंटे में चार से पांच बार पावर कट की समस्या से लोग जूझ रहे थे. वहीं आग उगलती जून माह की गर्मी में लोगों की यह समस्या काफी विकराल हो गयी है. शहर के अधिकतर इलाकों में 24 घंटे में 10 से 12 घंटे ही बिजली का लाभ लोगों को उपलब्ध हो रहा है. गर्मी की तेज तपिश व पावर कट की इस विकराल समस्या से आम अवाम का जीना मुहाल हो गया है. इसके कारण बच्चों की पढ़ाई पर भी असर पड़ रही है. रतजग्गा होने से लोगों की दिनचर्या भी बिगड़ गयी है. इतना ही नहीं पावर कट के कारण शहर के कई क्षेत्रों के लोग पानी संकट से भी जूझने को मजबूर हैं.
ट्रांसफॉर्मर पर क्षमता से अधिक लोड बढ़ने से बिजली आपूर्ति पर पड़ रहा प्रतिकूल असर
साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के शहरी क्षेत्र के कार्यपालक अभियंता प्रेम कुमार प्रवीण ने कहा कि शहर के अधिकतर ट्रांसफॉर्मर पर क्षमता से अधिक लोड पड़ने से बिजली आपूर्ति की यह स्थिति बन रही है. उन्होंने बताया कि अधिकतर क्षेत्रों में काफी संख्या में जून महीने में लोगों द्वारा एसी लगाया गया है, जबकि ट्रांसफॉर्मर की क्षमता में अचानक वृद्धि करना संभव नहीं है. उन्होंने बताया कि उपलब्ध संसाधनों से बिजली आपूर्ति को सुचारू रूप से बहाल करने की हर संभव कोशिश की जा रही है. काफी लोड बढ़ने से लोगों के शिकायतों की संख्या में भी काफी वृद्धि हुई है. सामान्य दिनों की तुलना में शिकायतों की संख्या जून महीने में दोगुनी होने से अतिरिक्त बिजली कर्मियों के लगाने के बाद भी कई उपभोक्ताओं की शिकायतों को दूर करने में कुछ वक्त लग जाता है. उन्होंने आम उपभोक्ताओं से बिजली विभाग की परेशानियां को भी समझने का अनुरोध किया है.