गुरारू. थाना क्षेत्र के बनरा गांव के पिता और उनके दो जुड़वा बेटों की मौत उत्तर प्रदेश में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर दर्दनाक सड़क हादसे में रविवार को हो गयी थी. मौत के बाद मंगलवार को शव गांव पहुंचते ही पूरे गांव में कोहराम मच गया. देखने वालों की काफी भीड़ जमा हो गयी. चीख-पुकार से पूरा क्षेत्र गमगीन हो गया. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था. गया स्थित विष्णुपद श्मशान घाट में तीनों शवों का अंतिम संस्कार किया गया. बता दें कि बनरा गांव के रहने वाले 52 वर्षीय संजय सिंह व उनका परिवार गया शहर के मगध मेडिकल थाना क्षेत्र के चरदह रोड में रहता था. उनके जुड़वा बेटे सौरभ सिंह व गौरव सिंह पिता के साथ शादी की खरीदारी कर रविवार को गाजियाबाद से घर लौट रहे थे. उनकी तेज रफ्तार स्कॉर्पियो खड़े कंटेनर में जा घुसी. इसमें पिता और दोनों बेटों की दर्दनाक मौत हो गयी. टक्कर इतनी जबर्दस्त थी कि स्कॉर्पियो के परखचे उड़ गये. टक्कर के बाद गाड़ी में भरा शादी का सामान सड़क पर बिखर गया. गेट तोड़कर तीनों को निकाला गया. लखनऊ के लोकबंधु हॉस्पिटल में तीनों को ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने सभी को मृत घोषित कर दिया. गया के विष्णुपद श्मशान घाट पर बाप और दोनों जुड़वा बेटों का दाहसंस्कार किया गया. दाहसंस्कार में गुरुआ विधायक विनय कुमार यादव, पूर्व मंत्री अवधेश कुमार सिंह समेत कई लोग शामिल हुए. वहीं, औरंगाबाद सांसद अभय कुशवाहा ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि ईश्वर सभी आत्मा को शांति दें.
पैतृक गांव बनरा में एक साथ पहुंचे तीनों शव
डीहा पंचायत के अंतर्गत बनरा गांव में इस घटना के बाद माहौल काफी गमगीन हो गया है. संजय सिंह और उनके पुत्र सौरभ और गौरव का शव पहुंचते ही देखने वालों का तांता लग गया. उनके घर पर बड़े बेटे सौरभ सिंह की शादी की तैयारियां चल रही थीं. पूरा परिवार बड़े बेटे की शादी को लेकर खुश था, लेकिन उनकी यह खुशी मातम में बदल गयी. शादी आठ दिसंबर को होने वाली थी. हालांकि सौरभ सिंह की सगाई हो चुकी थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है