गया. गया जिले में स्कूलों के छात्र-छात्राओं को अपार (ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री) आइडी निर्माण में स्थिरता बरती जा रही है. महज 35 फीसदी छात्रों का ही आइडी जेनेरेट किया गया है. वहीं कई प्रखंडों में आइडी जनरेट करने का कार्य 50 फीसदी भी पूरा नहीं किया गया है. वहीं जिलों के विभिन्न प्रखंडों के 58 स्कूलों ने अबतक अपार आइडी जेनेरेट करने का काम शुरू भी नहीं किया है. साथ ही जिले के विभिन्न प्रखंडों के 209 स्कूलों ने 50 फीसदी से कम अपार आइडी जेनेरेट किया है. इसमें सबसे अधिक संख्या गया टाउन ब्लॉक की है. ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री, यह भारत सरकार की एक योजना है जिसके तहत जिले के सभी छात्रों के लिए एक यूनिक डिजिटल आइडी कार्ड बनाया जाता है. यह कार्ड, प्री-प्राइमरी से लेकर हायर एजुकेशन तक के छात्रों को जेनेरेट किया जाता है, ताकि एजुकेशन से संबंधित योजनाओं को उन तक पहुंचाया जाये.
गया टाउन पीछे, बाराचट्टी अव्वल
बाराचट्टी में 50.26, गुरुआ में 42.12, नीमचक बथानी में 40.23, टनकुप्पा में 40.01, टिकारी में 39.37, डोभी में 39.26, इमामगंज में 39.20, आमस में 38.39, मोहनपुर में 38.37, बांकेबाजार में 37.33, बोधगया में 35.42, मोहड़ा में 35.42, गुरारू में 34.59, कोंच में 34.24, परैया में 34.21, खिजरसराय में 34.4, शेरघाटी में 34.11, वजीरगंज में 33.75, अतरी में 33.64, मानपुर में 33.34, डुमरिया में 32.61, बेलागंज में 32.42, फतेहपुर में 30.06 व गया टाउन में 27.83 प्रतिशत अपार जेनेरेट किया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है