गया. पटना से टाटा को चलने वाली गाड़ी संख्या 20894 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर शनिवार की दोपहर करीब तीन बजकर 40 मिनट पर गया-मानपुर रेलखंड स्थित फल्गु नदी के पास अज्ञात लोगों ने पत्थरबाजी कर दी. इस दौरान उक्त ट्रेन में एक खिड़की का शीशा टूट गया. हालांकि, इस संबंध में अधिकारी कुछ भी बताने से इन्कार कर रहे हैं, लेकिन घटना के बारे में रेलयात्रियों ने गया रेलवे स्टेशन पर चर्चा की. वहीं कोच संख्या इ-01 में सीट नंबर 33 व 34 पर बैठे एक यात्री ने रेलवे को ट्वीट कर इसकी सूचना दी है. सूचना मिलने के बाद आरपीएफ की टीम ने गया सहित मानपुर व आसपास के रेलवे स्टेशनों के पास छापेमारी की. छापेमारी के दौरान एक युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. वहीं हिरासत में लिये गये युवक की निशानदेही पर अन्य युवकों की गिरफ्तार करने में जुटी हुई है. गौरतलब है कि 10 सितंबर को भी बंधुआ-टनकुप्पा स्टेशन के बीच किलोमीटर 455 के पास आपराधिक तत्वों ने टाटा-पटना वंदे भारत ट्रेन पर पत्थरबाजी की थी. इससे यात्रियों में अफरातफरी का माहौल कायम हो गया था.
दो महीने में दूसरी घटना
वंदे भारत ट्रेन में हर बार पत्थरबाजी कौन कर रहा? और आखिर पत्थरबाजी करने के पीछे क्या मंशा है. यह पूरी जांच-पड़ताल का विषय है. शनिवार को गया-मानपुर रेलवे स्टेशन के बीच फल्गु नदी रेल पुल के निकट पटना-टाटा वंदे भारत ट्रेन पर पत्थरबाजी की गयी. गौरतलब है कि इससे लगभग दो महीने पहले 10 सितंबर को बंधुआ-टनकुप्पा रेलवे स्टेशन के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को निशाना बना कर पत्थरबाजी की गयी थी. हर बार घटना के बाद रेल पुलिस व रेल के प्रशासनिक अधिकारी कुछ भी बताने से परहेज करते हुए मौन धारण कर लेते हैं. ये पत्थरबाज हैं कौन? और ऐसा करने के पीछे की मंशा क्या है? इसकी पूरी पड़ताल होनी चाहिए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है