Gaya OTA Passing Out Parade: गया स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी (ओटीए) में शनिवार की सुबह 25वीं पासिंग आउट परेड व पिपिंग सेरेमनी के बाद 118 कैडेट्स पास आउट होकर अधिकारी बन गये. इनमें 103 सैन्य अधिकारी (लेफ्टिनेंट) बने, जबकि 15 असम राइफल्स के अधिकारियों को ट्रेनिंग देकर पास आउट किया गया. पास आउट होनेवोलों में यूपी के सर्वाधिक 23 अधिकारी हैं. वहीं, बिहार के चार, बंगाल के छह और झारखंड से एक अधिकारी हैं.
मुख्य अतिथि वाइस चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने पास आउट हो रहे कैडेट्स की सलामी ली. इससे पहले परेड कमांडर एकेडमी अंडर ऑफिसर पंकज शर्मा ने परेड के निरीक्षण के लिए मुख्य अतिथि से आग्रह किया. इसके बाद ओटीए कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल परमजीत सिंह मिन्हास व परेड कमांडर के साथ परेड का निरीक्षण किया. इस दौरान माइक्रोलाइट एयरक्रॉफ्ट परेड मैदान के ऊपर राष्ट्रीय, सेना व ओटीए का ध्वज लहराते गुजरे.
मुख्य अतिथि ने प्रशिक्षण के दौरान ओवरऑल बेहतर प्रदर्शन करनेवाले डी सुभाष को शॉर्ड ऑफ ऑनर व गोल्ड मेडल दिया. इस दौरान टीइएस के शुभम सिंह तंवर व एससीओ के जगसीर सिंह को सिल्वर मेडल व पंकज शर्मा को ब्राॅन्ज मेडल देकर उत्सावर्द्धन किया. साथ ही चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ बैनर गुरेज कंपनी को सौंपा.
देश सेवा से बढ़कर कुछ भी नहीं : द्विवेदी
वाइस चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ उपेंद्र द्विवेदी ने पास आउट हो रहे कैडेट्स का हौसला अफजाई करते हुए कहा कि गया जैसी पावन धरती पर आप सबों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया. यह प्रारब्ध व मोक्ष की भूमि है. प्रारब्ध कहने का तात्पर्य ज्ञान से है. अबोध जब ज्ञान पा जाता है, वहीं से उसका सही जीवन शुरू होता है. इस धरती को मेरा भी नमन है.
उन्होंने कहा कि लगन व कठिन परिश्रम के साथ जिस अनुशासन में रहकर कर्तव्यनिष्ठा के साथ आपने ट्रेनिंग ली है, वह परेड के दौरान देखने को मिला. ओटीए अंतिम पग है, पर अभी सेना के अधिकारी के तौर पर आपके जीवन की यात्रा शुरू हो रही है. हर मोड़ पर चुनौतियां आयेंगी. उसका डटकर मुकाबला करना है. देश सेवा से बढ़कर कुछ भी नहीं होता.
पिपिंग सेरेमनी के दौरान मुख्य अतिथि, कमांडेंट व डिप्टी कमांडेंट ब्रिगेडियर कुलजीत सिंह के अलावा कैडेट्स के माता-पिता व अभिभावकों ने कंधे पर बैच लगाया. बैज लगाने के साथ कैडेट्स सैन्य अधिकारी हो गये. उन्हें शपथ दिलायी गयी.