Bihar News: गया के शेरघाटी में बुढ़ी नदी में बालू उठाव के दौरान चांपी गांव तक आने-जाने के लिए बने रास्ते पर भी खनन किये जाने का ग्रामीणों ने दूसरे दिन सोमवार को भी विरोध किया. इधर, सूचना पाकर मौके पर पहुंची शेरघाटी थाने की पुलिस एवं ग्रामीणों के बीच झड़प हो गयी. ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस बल ने गांव में पहुंचकर लोगों के साथ बेरहमी से मारपीट शुरू कर दी. पुलिस ने महिला, बुजुर्ग हो या विक्षिप्त सभी के साथ मारपीट की. उनका आरोप है कि जबरदस्ती कई घरों में घुसकर महिलाओं के साथ भी मारपीट की गयी. इसके बाद ग्रामीण उग्र हो गये और पुलिस को गांव से खदेड़ दिया. पुलिस की कार्रवाई में गुलशन खातून, सुनीता देवी, मोहम्मद तनवीर, मधु देवी, बुधन मियां आदि को चोटें लगी हैं.
मारपीट की घटना में घायल गांव की सुनीता देवी पति रमेश मांझी ने बताया कि पुलिस के साथ बालू माफिया के लोग शामिल थे. उन लोगों ने पुलिस के सामने महिला व ग्रामीणों के साथ गाली-गलौज करते हुए बदसलूकी की. बेरहमी के साथ लाठी-डंडे से मारपीट की. इसमें मेरे सिर पर गंभीर रूप से चोट लगी है. इसी प्रकार मधु देवी ने बताया कि पुलिस के साथ दो-तीन की संख्या में महिला पुलिस थीं. परंतु, बालू माफिया के गुर्गे गांव एवं नदी के किनारे लोगों के साथ बेरहमी से मारपीट कर रहे थे और पुलिस खड़ा होकर तमाशबीन बनी रही. इसका वीडियो भी हम लोगों के पास है.
वहीं गुलशन खातून ने बताया कि दफादार कन्हैया सिंह एवं उनके पुत्र मुन्ना सिंह ने हम लोगों के साथ गाली-गलौज व मारपीट की. वहीं मोहम्मद तनवीर ने कहा कि दफादार व उनके पुत्र ने मेरे सिर पर डंडे से प्रहार कर दिया, जिससे मेरे सिर पर गंभीर घाव बना है. करीब 10 स्टिच भी लगे हैं. युवक ने कहा कि सिर पर चोट लगने के बाद डर से हम लोग इलाज के लिए भी नहीं जा रहे थे. खून इतना अधिक बह रहा था कि आनन-फानन में घर के लोगों ने जख्म स्टेपलर से पिन लगा दिया.
ग्रामीणों ने कहा कि इतना ही नहीं, दिमागी रूप से कमजोर बुधन मियां को भी लोगों ने नहीं बख्शा और लाठी-डंडे से तब तक पीटा, जब तक वह जमीन पर मूर्छित होकर गिर नहीं गया. वहीं दूसरी ओर पंचायत समिति सदस्य की पत्नी रेखा गुप्ता ने कहा कि घर का दरवाजा बंद था. मेरी दुकान खुली थी. दुकान की ओर से जाकर घर का दरवाजा पुलिस ने खोल दिया और बच्चों के साथ मारपीट कर उनका मोबाइल छीन लिया. करीब दो घंटे बाद पुलिस ने बच्चों का मोबाइल फोन लौटाया. फिलहाल, पुलिस एवं ग्रामीणों के बीच रोड़ेबाजी के बाद बालू घाट पर सन्नाटा पसरा है.
क्या है मामला
बता दें कि रविवार को भी ग्रामीणों ने रास्ते से उत्खनन कर बालू उठाव किये जाने का विरोध किया था. इसके बाद ग्रामीणों का आरोप है कि गांव वालों को केस में फंसाने के उद्देश्य से बालू ठेकेदार के लोगों ने पोकलेन मशीन का शीशा तोड़ दिया था. इसका वीडियो ग्रामीणों ने बना लिया था. ग्रामीण व बालू ठेकेदार के बीच बने गतिरोध को दूर करने के लिए सोमवार को पुलिस गांव में पहुंची थी. इसके बाद दोनों ओर से झड़प हो गयी थी. फिर, दोनों ओर से रोड़ेबाजी होने लगी. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. इस घटना में एक बाइक भी क्षतिग्रस्त हुई है. इस घटना के बाद गांव एवं आसपास के क्षेत्र में तनाव की स्थिति कायम है.
क्या कहते हैं पीड़ित
घायल सुनीता देवी ने कहा कि हमनी के गांव में पैदल आवागन के लिए बने रास्ते पर बालू माफिया ने गड्ढा खोद दिया. इसका हमलोग विरोध कर रहे हैं. पुलिस के आने के बाद बालू ठेकेदार के लोग, दफादार और उनका बेटा लाठी-डंडे से मारपीट कर लगे. बालू उठाव के लिए में मनरेगा योजना से लगाये गये पेड़ को भी उखाड़ दिया गया.
घायल मो तनवीर ने कहा कि कन्हैया सिंह दफादार का पुत्र बालू ठेकेदार के साथ रहकर काम करता है. पुलिस के साथ पिता-पुत्र दोनों गांव में पहुंचे थे. दोनों पिता-पुत्र ने ग्रामीणों के साथ बेरहमी से मारपीट की. इसका वीडियो हम लोगों के पास है. घायल ने कहा कि बालू माफिया ने मनरेगा से लगाये गये पेड़ भी उखाड़ कर फेंक दिया है.
क्या कहते हैं संवेदक
संवेदक ने कहा कि हम लोग नियमानुसार बालू का उत्खनन कर रहे हैं. ग्रामीणों को अगर शिकायत है, तो वार्ता करनी चाहिए थी.
कहते हैं थानेदार
बालू उठाव में अनियमित की शिकायत ग्रामीणों ने की थी. इसके बाद खनन विभाग के अधिकारी के साथ पुलिस बालू घाट पर गयी हुई थी. ग्रामीणों से वार्ता हुई है. स्थिति नियंत्रित है. पुलिस मामले को लेकर नजर बनाये हुए है. उन्होंने कहा कि रोड़ेबाजी की घटना को लेकर पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई करेगी.
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