Bihar News: गया में अमृतसर-कोलकाता इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के तहत गया को विकसित करने के लिए बिहार सरकार के मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा की अध्यक्षता में मंगलवार की शाम विभिन्न विभागों के शीर्ष अफसरों के साथ बैठक हुई. इस दौरान यहां सड़क निर्माण, बिजली और पानी आदि प्रबंध को लेकर जरूरी दिशा निर्देश दिये. इसमें संबंधित विभाग के पदाधिकारी मौजूद रहे.
NICDC और बियाडा के बीच हुआ करार
इससे पहले मंगलवार को इस क्लस्टर को तकनीकी रूप से संचालित करने के लिए राष्ट्रीय औद्योगिक गलियारा विकास निगम (एनआईसीडीसी), बिहार सरकार और बिहार औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकरण (बियाडा) के बीच दो विशेष औपचारिक समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए. यह करार पटना में उद्योग मंत्री नीतीश मिश्र के कार्यालय कक्ष में उनकी मौजूदगी में किया गया. जहां राज्य सरकार के पदाधिकारियों और संबंधित केंद्रीय पदाधिकारियों ने शेयर होल्डिंग एग्रीमेंट और स्टेट सपोर्ट ए्ग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए.
16524 करोड़ के निवेश की संभावना
इस करार के बाद इस क्लस्टर को संचालित करने के लिए स्पेशल परपज व्हीकल (एसपीवी) का गठन दस दिन के अंदर किया जायेगा. यह कंपनी वहां जमीन अलॉट करेगी और पूरी योजना को संचालित करेगी. इस क्लस्टर के निर्माण में 1339 करोड़ रुपये खर्च किए जायेंगे. यहां कुल संभावित निवेश 16524 करोड़ है. आइएमसी गया करीब 1,670 एकड़ में विकसित किया जायेगा. परियोजना से लगभग 1,09,185 नौकरियों के सृजन की उम्मीद है.
तीन ग्रीनफील्ड सड़क परियोजनाओं का भी प्रस्ताव
जानकारों के अनुसार इस कलस्टर से बिहार की अर्थव्यवस्था को बूस्टर डोज मिलेगा. आइएमसी (इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर ) गया को निर्माण सामग्री, कृषि-खाद्य प्रसंस्करण, चमड़े के सामान, रेडीमेड वस्त्र, इंजीनियरिंग और चिकित्सा उपकरण उद्योग हब के रूप में विकसित किया जायेगा. आईएमसी गया की पहुंच को और मजबूत करने के लिए तीन ग्रीनफील्ड सड़क परियोजनाओं का प्रस्ताव है.
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क्लस्टर में विकसित की जाने वाली बुनियादी संरचना और सुविधाएं
- 29.89 किमी का आंतरिक सड़क नेटवर्क
- 220/33 केवी और 33/11 केवी विद्युत सब स्टेशन, 162 एमवीए सुनिश्चित विद्युत आपूर्ति
- 19 एमएलडी जलापूर्ति प्रणाली के साथ-साथ कौशल विकास केंद्र
- फायर स्टेशन
- पार्किंग, औद्योगिक परिचालन और कार्यबल आवश्यकताओं की जरूरत पूरी करने वाले कमर्शियल सेंटर बनाये जायेंगे.
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