गया न्यूज: साइबर फ्रॉड की छानबीन को लेकर प्रश्नावली हो रही तैयार
गया़ रा
मपुर थाना इलाके के मिर्जा गालिब कॉलेज के पास सर्किट हाउस रोड में स्थित एक तीनमंजिला मकान में साइबर गिरोह की ओर से संचालित पैनोल सॉल्यूशन नामक कंपनी व कॉल सेंटर से संबंधित जांच शुरू हुई, तो कई मामले सामने आने शुरू हो गये हैं. यह कंपनी गया शहर में 2022 से चल रही थी. साथ ही मकान मालिक से दफ्तर चलाने को लेकर 19000 रुपये प्रतिमाह के किराये पर एग्रीमेंट कराया था. साइबर ठगी के आरोप में गिरफ्तार आरोपितों के कीमती मोबाइल फोन की जांच की जा रही है. साथ ही उसका सीडीआर निकाल कर खंगाला जा रहा है. बैंकों के रिकार्ड खंगाले जा रहे हैं. इसका संचालन कौन-कौन करता था. इससे संबंधित पूरी जानकारी का पता लगाया जा रहा है. साइबर ठगी के बड़े नेटवर्क का खुलासा होने के बाद पुलिस और जांच एजेंसियों के कान खड़े हो गये हैं. सूचना है कि इस मामले में अब पटना स्थित आर्थिक अपराध इकाई की टीम से जुड़े कुछ अधिकारियों का ध्यान गया साइबर थाना कांड संख्या 173/24 पर गया है. इसमें 17 महिलाओं के साथ साइबर गिरोह से जुड़े 36 लोगों की गिरफ्तारी और जब्त किये गये मोबाइल फोन हैं. इनमें से 21 मोबाइल फोन नंबरों के विरुद्ध साइबर ठगी से संबंधित 36 मामले नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो में दर्ज हैं.क्या कहती है जांच टीम
इस मामले की जांच में जुटे पुलिस पदाधिकारियों ने बताया कि सभी कर्मचारी लोन-देने के नाम पर लोगों को अपने जाल में फंसाते थे. कॉल करने वाली गया आफिस में बैठे कर्मचारी कॉल पर बोलते थे कि दिल्ली ऑफिस से बोल रहे हैं. इस प्रकार करके उन्हें जाल में फंसाती थी. लेकिन, कॉल करने वाली बच्चियों को यह तो समझना चाहिए था कि वह गया शहर के ऑफिस में बैठी और उन्हें दिल्ली का पता बताने को कहा जा रहा है, इसमें जरूर कुछ गड़बड़ हैं. लेकिन, कर्मचारियों के द्वारा इसे नजरअंदाज करना ही उन्हें महंगा पड़ा और साइबर गिरोह ऑफिस में कामकाज करते वक्त सभी युवा पकड़े गये.
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