डुमरिया (गया) : गया जिले के डुमरिया प्रखंड के मैगरा थाना क्षेत्र स्थित हरनी गांव में शुक्रवार की देर रात प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के एक दस्ते ने तीन लोगों को गोलियों से भून डाला. इनमें दो की मौत हो गयी और एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया.
मारे गये लोगों में समाजसेवी सह ईंट भट्ठा संचालक 45 वर्षीय महेंद्र यादव, 38 वर्षीय रामदयाल रजक शामिल हैं, जबकि गंभीर रूप से घायल 30 वर्षीय दुलारचंद साव को गया शहर स्थित जयप्रकाश नारायण अस्पताल में प्राथमिक इलाज के बाद पीएमसीएच, पटना रेफर कर दिया गया है.
इस घटना के विरोध में शनिवार की सुबह लोगों ने इमामगंज थाना क्षेत्र स्थित डुमरिया मोड़ पर शवों के साथ रोड जाम कर दिया. घंटों प्रयास के बाद शेरघाटी एसडीओ उपेंद्र पंडित व इमामगंज डीएसपी अजीत कुमार के आश्वासन के बाद लोगों ने सड़क से जाम हटाया. पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए मगध मेडिकल कॉलेज, गया भेज दिया.
घटनास्थल पर पहुंचे इमामगंज डीएसपी अजीत कुमार सहित सीआरपीएफ के जवानों ने हरनी सहित आसपास के इलाकों में छापेमारी की. पुलिस ने हरनी गांव से लावारिस हालत में एक मोटरसाइकिल और महेंद्र यादव के ईंट भट्ठे से भाकपा संगठन द्वारा फेंका गया पर्चा बरामद किया है. पर्चे में पुलिस विरोधी और महेंद्र यादव पर पुलिस की मुखबिरी करने का आरोप लगाया है.
वहीं, पुलिस ने पांच लोगों को हिरासत में लिया है. डीएसपी अजीत कुमार ने बताया कि महेंद्र यादव शुक्रवार की रात अपने दो पड़ोसियों के साथ घर के बाहर बैठे थे. इस बीच, हथियारों से लैस लोगों ने उन पर हमला बोल दिया. आपसी रंजिश में अपराधियों ने हत्या की है. पुलिस पांच लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.
posted by ashish jha