परैया़ परैया के दखनेर गांव में विश्वविख्यात कथावाचिका जया किशोरी का आध्यात्मिक भजन व कथा का शुभारंभ रविवार को हुआ. सात दिनों तक चलनेवाले कथा के पहले दिन मोरहर तट स्थित दखनेर में हजारों श्रोताओं की भीड़ जुटी. दूरदराज से आये हजारों सनातनियों ने भक्ति भावना के गोते लगाये. प्रवचन के पहले आयोजक प्रिंस कुमार की उपस्थिति में विशिष्ट अतिथि औरंगाबाद के पूर्व सांसद सुशील कुमार सिंह व व्यवसायी मुन्ना डालमिया ने जया किशोरी को पुष्पगुच्छ और अंगवस्त्र से सम्मानित किया. कथावाचक जया किशोरी ने श्रोताओं को भक्ति और श्रद्धा के साथ देश प्रेम के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि धन अर्जन करना जरूरी है. इससे देश का विकास होगा. लेकिन, धन अर्जन का तरीका सात्विक और वैध होना चाहिए. धन कमाकर देश को मजबूत बनाना युवा पीढी का लक्ष्य होना चाहिए. आज के परिवेश में लोग चीजों के आदी हो रहे हैं. चीजों को नियंत्रण में रखे उसके नियंत्रण में नहीं जाएं. बच्चों का मन अब पढ़ाई छोड़कर फोन पर इंस्टाग्राम और रील देखने में लगता है. जीवन में मेहनत से सफलता मिलती है. सबको पता है फिर भी बताने वाला चाहिए होता है. श्याम प्यारे से जिसका संबंध है, उसको हर घड़ी आनंद ही आनंद है. इसके साथ ही शिव कथा के माध्यम से सभी को ईश्वर के कृपा स्वरूप से अवगत कराया, जहां भगवान शिव ने माता पार्वती के इच्छित स्वर्ण भवन बनाया. गृह प्रवेश करवाने वाले ऋषि विश्रवा को दान में दे दिया गया. कथा के दौरान भजन सुन श्रद्धालु मंत्र मुग्ध हुए.
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