Bihar Flood News: सोमवार को गंडक नदी का पानी गोपालगंज दियारे के नये इलाकों में फैल गया. कुचायकोट, सदर प्रखंड, मांझा, बरौली, सिधवलिया और बैकुंठपुर के इलाके में पानी प्रवेश करने से 22 गांवों और टोले से प्रखंड मुख्यालय का सड़क संपर्क टूट गया. सरकारी नाव का इंतजाम नहीं था, इसलिए लोग तीन से चार फुट पानी पार कर ऊंचे स्थानों पर शरण लेने के लिए मजबूर दिखें. सीएम नीतीश कुमार ने सत्तर घाट, डुमरिया घाट समेत कई इलाकों का हवाई सर्वे किया और फिर बेतिया और वाल्मीकिनगर निकल गये. सीएम के अलावा बिहार सरकार के कई अन्य मंत्रियों और अधिकारियों ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लिया.
खतरे के निशान से ऊपर बह रही नदी
वाल्मीकिनगर बराज से डिस्चार्ज किया गया 4 लाख 40 हजार क्यूसेक पानी जब गोपालगंज को पार कर रहा था, तब गंडक नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 80 सेंटीमीटर ऊपर बह रहा था. सिपाया तटबंध, पथरा घाट, सलेमपुर घाट, डुमरिया और सत्तर घाट सभी जगहों पर जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया था. सोमवार की सुबह पथरा घाट पर गंडक नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 71 सेंटीमीटर ऊपर था. नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार करने के बाद भी तटबंध को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है. जल संसाधन विभाग के इंजीनियरों की टीम दिन-रात तटबंधों की निगरानी में लगी हुई है.
किसानों की फसलें डूबी, धान व गन्ने को नुकसान
गंडक नदी से आयी बाढ़ ने किसानों की कमर तोड़ दी है. छह प्रखंडों के 22 गांवों में पानी प्रवेश करने और दियारा इलाके के खेतों में आठ से 10 फुट पानी बहने की वजह से फसल बर्बाद होने के कगार पर पहुंच गयी है. किसानों का कहना है कि सब्जियों के अलावा धान और गन्ने की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है. गन्ने की फसल पूरी तरह से डूब जाने की वजह से पैदावार नहीं होगी. धान की बोआई के बाद फसल डूब गयी और अब पानी में सड़कर नुकसान हो जायेगा. दियारा इलाके के किसान मुआवजे के लिए सरकार और जिला प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं.
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सीएम ने सत्तर घाट का किया हवाई सर्वे
सीएम नीतीश कुमार ने सोमवार को पटना से निकलने के बाद सुबह के 11 बजे गंडक नदी के हालात का हवाई सर्वे किया. सत्तर घाट के पास पहुंचे सीएम ने हवाई सर्वे के दौरान नदी की स्थितियों का जायजा लिया और गोपालगंज के डीएम मोहम्मद मकसूद आलम से रिपोर्ट मांगी. डीएम की ओर से सीएम को बाढ़ से संबंधित हालात पर रिपोर्ट अवगत कराया गया. सत्तर घाट पर हवाई सर्वे करने के बाद गंडक नदी का निरीक्षण करते हुए सीएम बेतिया पहुंचे, जहां से वाल्मीकिनगर के लिए निकल गये.